पारखी दृष्टि से श्रेष्ठता का चयन ही समाधान : डॉ. उपेन्द्र मणि त्रिपाठी
झुनझुनवाला होम्योपैथी फार्मेसी कालेज में हैनिमैन जयंती समारोह
अयोध्या। एक गरीब पिता ने अपने बच्चे को सीख दी कि "सभी चीजों को परखो और जो श्रेष्ठ हो उसे शीघ्रता से ग्रहण करो" जिसे जीवन का सूत्र मानकर बालक ने अपनाया और चिकित्सक बनने पर!-->!-->!-->…
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