-कृषि विवि के 47वें स्थापना दिवस में सम्मानित हुए प्रगतिशील कृषक व कर्मचारी
मिल्कीपुर । देश हित में निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप दिन-प्रतिदिन की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में शिक्षा, शोध, एवं प्रसार में कार्य करते हुए लाभप्रद, टिकाऊ, रोजगार परक, सघन, बाजार परक एवं सामयिक खेती, आज की आवश्यकता पर कार्य करने की जरूरत है। यह बात आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अ के 47 वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के उप-महानिदेशक डॉ तिलक राज शर्मा ने कहा।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, में रविवार को 47 वें स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के दिशा निर्देश में हर्षोल्लास के साथ सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एग्रीबिजनेस ऑडिटोरियम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डॉ तिलक राज शर्मा मुख्य अतिथि के साथ विशिष्ट अतिथि निदेशक, कृषि, उत्तर प्रदेश,लखनऊ, विवेक सिंह, निदेशक, भारतीय गन्ना अनुसंधान परिषद, लखनऊ, डॉ ए डी पाठक, पूर्व निदेशक, भारतीय आलू अनुसंधान केंद्र शिमला, डॉ एस के पांडे एवं कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह की उपस्थिति में आचार्य नरेंद्र देव जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम में अतिथिगणों का सम्मान एवं विश्वविद्यालय कुलगीत के उपरांत कार्यक्रम संयोजक डॉ वेदप्रकाश अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय द्वारा अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम के विस्तृत रूप रेखा से अवगत कराया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित 7 साहित्यों का विमोचन तथा 7 जनपदों के 11 किसानों जिसमें 3 महिला कृषक भी शामिल थीं, को कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए कृषि उपज बढ़ाने के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित करना एवं महिलाओं द्वारा स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर कृषि उत्पाद प्रसंस्करण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय के सहायक अभियंता इं एस एस सिंह एवं मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह के साथ पहली बार कृषि विज्ञान केंद्रों के 11 एवं विश्वविद्यालय के 25 वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रशस्ति पत्र देकर मुख्य अतिथि के कर कमलों से सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में गत् वर्ष के में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। विशेष रुप से विश्वविद्यालय में अप्रयोज्य भूमि को विकसित कर खेती योग्य बनाना, मृतक आश्रितों की नियुक्ति एवं दशकों से कार्यरत 101 श्रमिकों का विनियमितीकरण किए जाने की बात कही। कार्यक्रम में पधारे विशिष्ट अतिथि विवेक सिंह, डॉ ए डी पाठक एवं डॉ एस के पाठक ने विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे शिक्षा, शोध एवं प्रसार के क्षेत्र में कार्य पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। उक्त अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा ही बहुत ही आकर्षक एवं मोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, वरिष्ठ अधिकारी , कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं भारी संख्या में उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव ने अपने धन्यवाद उद्बोधन में स्थापना दिवस के अवसर पर पधारे मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का अपना अमूल्य समय देकर कार्यक्रम में पधारने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम के संयोजक डॉ वेद प्रकाश,कृषि अधिष्ठाता एवं उनके द्वारा गठित 10 समितियों के प्रत्येक सदस्य तथा कार्यक्रम में पधारे मीडिया और प्रिंट मीडिया के लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
स्थापना दिवस पर किसान हुए सम्मानित
-आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के 47 वें स्थापना दिवस पर बस्ती, संतकबीरनगर, गोंडा, अयोध्या, सुल्तानपुर, अमेठी एवं बाराबंकी 7 जनपदों के 11 किसानों को कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए अपना उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित करना एवं महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़कर कृषि उत्पाद प्रसंस्करण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए इन्हें अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।