आदेश के बावजूद मरीजों के तीमारदारों को नहीं मिल रहा भोजन
अयोध्या। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक की उदासीनता के चलते जिला चिकित्सालय अयोध्या बदहाली और कुव्यवस्था की गिरफ्त में है। सरकारी आदेश के बावजूद मरीज के तीमारदारों को भोजन मुहैया नहीं कराया जा रहा है दूसरी ओर अस्पताल परिसर घुमंतू मवेशियों की आरामगाह बना हुआ है जबकि दोनो प्रमुख द्वारों पर एनीमल कैचर की व्यवस्था है।
चिकित्सालय के द्वारों पर जो एनीमल कैचर लगाये गये हैं वह मानक के अनुरूप नहीं है तथा इतने सटे हुए हैं कि घुमंतू मवेशी बड़े आराम से चिकित्सालय परिसर में घुस जाते हैं। कभी-कभी उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन जाता है जब आवांरा सांड चिकित्सालय में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों पर हमलावर हो जाते हैं। इस सम्बन्ध में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. ए.के. राय पूरी तरह मौन साधे हुए हैं।
शासनादेश के अनुसार जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के साथ रहने वाले एक तीमारदार को निःशुल्क भोजन मुहैया कराया जाना चाहिए। मरीजों को तो भोजन मिल जाता है परन्तु तीमारदार भोजन से वंचित हैं। दूसरी ओर भर्ती मरीजों का कहना है कि विभिन्न वार्डों में कुछ ही मरीजों को ठेकेदार द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीजों का यह भी कहना है कि मरीजों को जो दाल दी जा रही है उसमें पानी अधिक, दाल नाममात्र की है। जबकि सरकार ने डाइट का मानक और मीनू निर्धारित कर रखा है। इस सम्बन्ध में जब प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा.ए.के. राय से पूंछा जाता है तो वह अपना हाथ खड़ा कर लेते हैं। आधुनिक रसोई घर के प्रभारी सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता है कि डाइट का मीनू क्या निर्धारित है। उन्हें मरीज के लिए दाल, रोटी और सब्जी उपलब्ध कराने को भोजन ठेकेदार द्वारा निर्देशित किया गया है।