अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रौढ, सतत् एवं प्रसार शिक्षा विभाग द्वारा सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम अशरफपुर, टोनिया बिहारीपुर, डाभासेमर में दो दिवसीय नाड़ी परीक्षण एवं मर्म विज्ञान से संबंधित स्वास्थ्य परीक्षण एवं निःशुल्क दवा वितरण का कार्य प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम में शाहजहांपुर के चिकित्सक डॉ0 राजीव शुक्ल ने ग्रामीणों को विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से दवा तैयार करने की विधियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने लगभग 80 ग्रामीण मरीजों का नाड़ी परीक्षण करते हुए निःशुल्क दवा का वितरण भी किया। चिकित्सक डॉ0 के0एन0 दीक्षित ने बताया कि अनेक रोगों को बिना किसी दवा के प्रयोग के मात्र शरीर के कुछ मर्म स्थानों को दबाकर ठीक किया जा सकता है जैसे-ग्लूकोमा को ठीक करने के लिए अपांग और आवर्त ( कनपटी पर जहां गड्ढा होता है ) वहां दोनों हाथों की मध्यमा अंगुली से 15 या 18 बार दबाना चाहिए, ब्लड प्रेशर ठीक करने के लिए मुट्ठी बांधने पर मध्यमा अंगुली हथेली के जिस स्थान को स्पर्श करती है को 15 या 18 बार दशमलव 8 सेकंड तक दबाना चाहिए।
विभाग के निदेशक प्रोफेसर अनूप कुमार ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ भंेट कर उनका स्वागत किया। प्रो0 कुमार ने बताया कि दो चिकित्सा पद्धतियां एक साथ प्रयोग में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि तंदुरुस्ती हजार नियामत है स्वस्थ रहने के लिए अपनी व्यस्तता में से कुछ समय अवश्य निकालना चाहिए। यह समय कब और कैसे निकाला जाए इसे वैद्य लोग बताएंगे। सहायक निदेशक डॉ0 सुंदर लाल त्रिपाठी एवं डॉ0 सुरेंद्र मिश्रा ने ग्रामीणों को दोनों चिकित्सा पद्धतियों का भरपूर लाभ लेने के लिए प्रेरित किया तथा स्किल मैपिंग के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह डाॅ0 सुधीर सिंह एवं शालिनी पांडे उपस्थित थी। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गवास वर्मा, प्रधानाचार्या, सुनीता वर्मा व रामकृपाल गौण एवं निखिल वर्मा ने दिनांक 24 अप्रैल को आयोजित होने वाले चिकित्सा कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा ग्राम वासियों को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया ।
निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण के साथ वितरित की गयी दवा
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