फैजाबाद। भारतीय जनता पार्टी अयोध्या विधानसभा के द्वारा आयोजित अटल काव्यांजलि के माध्यम से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। नगर में स्थित मारवाड़ी धर्मशाला में श्री मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास और श्रीराम वल्लभा कुंज के अधिकारी महंत राजकुमार दास की अध्यक्षता में संपन्न हुए काव्यांजलि समारोह में कवियों ने अपनी रचनाओं के द्वारा अटल जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला और काव्यांजलि प्रस्तुत की कार्यक्रम का प्रारम्भ नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने मुख्य अतिथियों को अंगवस्त्र प्रदान कर किया जबकि जिला प्रभारी शेष नारायण मिश्र का स्वागत जिले के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने किया।
काव्यांजलि कार्यक्रम का संचालन किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष वह संस्कार भारती की विभाग संयोजक हरीश कुमार श्रीवास्तव ने किया। नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में अटल जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें नमन किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल वह व्यक्तित्व थे जो न भूतो न भविष्यति अटल जी ने एक तरफ जहां पोखरण परमाणु परीक्षण द्वारा अपने मजबूत इरादों का परिचय दिया वहीं दूसरी तरफ स्वर्णिम चतुर्भुज योजना से देश के विकास का खाका खींचा। महंत राजकुमार दास ने कहा कि अटल जी का जीवन अनुकरण यह है और हम सब को उनके व्यक्तित्व से सीखने की आवश्यकता है पंक्तियों के उद्बोधन के पश्चात बाराबंकी से आये के विख्यात कवि शिवकुमार व्यास की अध्यक्षता में व कानपुर के हास्य व्यंग्यकार डॉ. कमलेश द्विवेदी के संचालन में काव्य पाठ प्रारंभ हुआ। लखनऊ से आए सृजन शौर्य ने जो अपना काव्य पाठ प्रारंभ किया तो संपूर्ण मंडप तालियों से गुंजायमान हो गया देश के प्रति उनकी कविताओं ने जनमानस को झझकोरने का कार्य किया। अटल जी के सानिध्य में कई काव्य पाठ कर चुके हो वाहिद अली वाहिद ने जब अपनी रचना अली के मोहल्ले में बजरंगबली प्रस्तुत की तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए वाहिद अली वाहिद ने अटल जी के जीवन से संबंधित भी कई रचनाएं प्रस्तुत की जैसे- सत्य अहिंसा के मंदिर का फूल नहीं अब कोई भी, लोकतंत्र के कल्पबृच्छ का मूल नहीं अब कोई भी। इंदिरा सी चण्डिका न दिखती है संसद में, बल्लभ पटेल जैसे वीर नहीं दिखते । काल के कपाल पर लिखने मिटाने वाले, अटल बिहारी जैसेधीर नहीं दिखते।
ताराचन्द तन्हा के द्वारा प्रस्तुत- सत्य अहिंसा के मंदिर का फूल नहीं अब कोई भी। लोकतंत्र के कल्पबृच्छ का मूल नहीं अब कोई भी। गान बजाना,भाषण देना, और बात है भाई जी,अटल बिहारी के चरणों की धूल नहीं अब कोई भी। तन्हा जी- काल के कपाल पे जो लिखते रहे, गीत नया गाते रहे जानती अवाम है, ऐसे महानायक को देती है सलामी सेना, भारत का कण-कण करता प्रणाम है।
इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह, जिला अध्यक्ष अवधेश पांडेय बादल,जिला प्रभारी शेष नारायण मिश्रा, पूर्व जिला अध्यक्ष महंत मनमोहन दास, डॉ. बांके बिहारी मणि, कमला शंकर पाण्डेय, निवर्तमान जिला अध्यक्ष रामकृष्ण तिवारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अभिषेक मिश्रा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा के हरीश श्रीवास्तव, अवध क्षेत्र के सदस्य प्रमुख कृष्ण कुमार पांडेय, रमेश सिंह, गिरीश कुमार पांडेय, श्रीनिवास अग्रवाल, गिरीश दास जी, जिलाधिकारी डॉ अनिल पाठक, एसपी सिटी अनिल सिंह सिसोदिया, अरविंद चैरसिया, नगर कोतवाल अमर सिंह, भाजपा नेता अमल गुप्ता, सहकारिता सभापति धर्मेंद्र सिंह टिल्लू, मण्डल अध्यक्ष हरिभजन गोंड, मुन्ना सिंह, आदित्य नारायण मिश्रा, देवेन्द्र मिश्रा “दीपू” सहित सैकड़ो की लोग उपस्थित रहे।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
अटल काव्यांजलि से दी गई श्रद्धांजलि
Advertisements
Advertisements
Comments are closed.