सड़क परिवहन, पोत व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया 1795 करोड़ की सड़कों का शिलान्यास
कहा गन्ना से बने इथेनाल से चल रहा हवाई जहाज, किसानों को होगा लाभ
छावनी से रामनगर एनएच-2 निर्माण की घोषणा, गोण्डा से मनकापुर मार्ग का बन रहा डीपीआर
अयोध्या। सरयू जल मार्ग का निर्माण मार्च तक पूरा हो जायेगा और अयोध्या से बांग्लादेश से एयरबोट चलने लगेगी। किसानों को लाभान्वित करने के लिए गन्ना से ईथेनाल बनाया जा रहा है और उससे हवाई जहाज चलने लगा है। यह विचार राजकीय इण्टर कालेज मैदान में आयोजित शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने व्यक्त किया।
उन्होंने इस मौके पर बटन दबाकर 1795 करोड़ से बनने वाली सड़कों का भी शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जल मार्ग शुरू हो जाने से लोगों को सड़क व ट्रेन से सामान ले जाने में अधिक पैंसे खर्च करने पड़ते हैं यदि ट्रेन से 10 रूपये खर्च होता है तो इसकी तुलना में जलमार्ग से सामान ले जाने के लिए मात्र एक रूपये खर्च करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें गंगा संरक्षण मंत्री का भी दायित्व सौंपा गया है वह अभी प्रयागराज से स्नान करके आ रहे हैं उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हुई कि गंगा अविरल और शुद्ध हुई हैं जबकि नमामि गंगा योजना में मात्र 30 प्रतिशत काम हो पाया है। हम वादा करते हैं कि मार्च माह तक गंगा 100 प्रतिशत निर्मल और अविरल हो जायेंगी यह मै राम की भूमि पर वचन दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि वाराणसी से प्रयागराज तक जलमार्ग की घोषणा आज मैने किया है अब गंगा से विदेशों यानी बांग्लादेश तक लोग यात्रा कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि रूस से एयरबोट आने वाला है जो 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगा। हम पानी में चलने वाला हवाई जहाज लेकर आ रहे हैं अगली बार अयोध्या आऊंगा तो उसे से आऊंगा। उन्होंने कहा कि देश की तस्वीर बदल रही है जो सड़क निर्माण और सरकारों ने 17 वर्ष में नहीं किया था उसे हमने पांच साल में करके दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जाम की समस्या है हम उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से कहेंगे कि इस समस्या के छुटकारा के लिए वह यूपी में डबल डेकर बसें चलायें जो हम आस्ट्रेलिया से लाये हैं। प्रदेश सरकार प्रस्ताव बनाकर भेजे हम उसे तत्काल पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है क्योंकि 49 प्रतिशत खर्चा से बेरोजगारों को रोजगार दिया जाता है इससे बेरोजगारी कम होगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बैराज के निर्माण के लिए सांसद लल्लू सिंह ने पिछली बार अनुरोध किया था। बैराज निर्माण में कुछ तकनीकी कमी है यूपी सरकार डीपीआर बनाकर तुरन्त भेजे मैं उसे मंजूर करूंगा। उन्होंने कहा कि सरयू नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए चिन्हित पांच नालों के शुद्धीकरण के लिए प्लांट लगाये जा रहे हैं शीघ्र ही सरयू का जल भी शुद्ध व पावन हो जायेगा।
इसके पूर्व प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम भी केन्द्रीय मंत्री को सुनने आये हैं समय ज्यादा हो गया है इसलिए परसों मै फिर आऊंगा तब मैं अपनी बात कहूंगा। अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने केन्द्रीय मंत्री व उप मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि केन्द्रीय मंत्री जो कहते हैं वह करते हैं यह मेरा विश्वास है। हमने जो भी उनसे मांग की उन्होंने पूरा किया। इसके उपरान्त केन्द्रीय मंत्री दीप प्रदीपन किया और अयोध्या के चहुमुखी विकास के संकल्प सिद्धि की कामना की।
केन्द्रीय मंत्री ने 632 किलोमीटर के पांच राष्ट्रीय राजमार्ग व सौर्न्यीकरण की घोषणा किया। उन्होंने अवगत कराया कि लखनऊ अयोध्या मार्ग के अयोध्या क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण 55 करोड में, अयोध्या वाराणसी मार्ग के अयोध्या-अकबरपुर खंड का चार लेन सडक निर्माण 1081 करोड़, चार लेने अयोध्या रिंग रोड़ का निर्माण 1289 करोड़, 262 किमी राम वन गमन मार्ग 2020 करोड, मोहनगंज से श्रृंगवेरपुर खंड का निर्माण 478 करोड़ और 275 किमी लम्बे अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग 2750 करोड़ तथा बीकापुर-रूदौली मिर्तिहनघाट तक का निर्माण 896 करोड़ की लागत में कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम जो सड़कें बनवा रहे हैं उसके निर्माण में कोई करप्सन नहीं होने दिया जा रहा है यह सड़कें 200 सालों तक चलेंगी।
इस दौरान मंत्री रमापति शास्त्री, अम्बेडकरनगर सांसद डॉ. हरिओम पाण्डेय, गोण्डा सांसद बृजभूषण शरण सिंह, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रूदौली विधायक रामचन्द्र यादव, मिल्कीपुर विधायक गोरखनाथ बाबा, बीकापुर विधायक शोभा सिंह सहित दर्जनों विधायक व सांसद मंचासीन रहे।
अवधी लोकगीत व नृत्य ने लोगों को किया जागरूक
अयोध्या। जीआईसी मैदान में केन्द्र सरकार का यह पहला ऐसा शिलान्यास था जिसमें अवधी लोकगीत व नृत्य के माध्यम से सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। कवियत्री व गायिका डॉ. प्रतिमा यादव ने स्वरचित लोकगीतां के माध्यम से जहां मनोरंजन किया वहीं लोगों को सभा स्थल में बांधे रखा।