-पत्रकारिता विभाग में मीडिया और पेड न्यूज विषय पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। मुख्य धारा की मीडिया में पेड न्यूज एक अभिशाप के रूप में माना जाता है। क्योंकि यह प्रवृत्ति लोकतान्त्रिक विचारों को जनमानस तक पहॅुचने से रोकती है। पेड न्यूज, पत्रकारिता के क्षेत्र में सबसे पहले आन्ध्र प्रदेश वर्किंग जर्नलिष्ट एसोसिएशन ने जनमानस के बीच रखा था। उक्त वक्तव्य मौलाना मजहरूल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय पटना बिहार के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के डॉ. रणजीत कुमार ने डॉ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में मीडिया और पेड न्यूज विषय पर आयोजित व्याख्यान में बतौर वक्ता कही।
उन्होंने छात्रों को बताया कि मीडिया शब्द की शुरूआत 1980 के दशक से मानी जाती है। यह शब्द 1990 के बाद से अधिक लोकप्रिय हो गया। इसी शब्द में ही प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया समाहित हो गया और वर्तमान में पत्रकारिता एक विधा हो गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमसीजे विभाग के समन्वयक डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में मीडिया के समक्ष पेड न्यूज एक बड़ी चुनौती है। मीडिया की नैतिकता को बचाये रखने के लिए पत्रकारों को आगे आना होगा। ऐसा होने से मीडिया की विश्वसनीयता बनी रहेगी। कार्यक्रम में अतिथि का स्वागत अंगवस्त्रम भेटकर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 अनिल कुमार विश्वा द्वारा किया गया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक डॉ0 राजनारायण पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर सुभाष सिंह, संदीप शुक्ला, रोशनी कुमारी, शरद यादव, दिनकर मिश्र, गीताजंलि मिश्रा, आशु शुक्ला, अभिषेक दूबे, हिमांशी सिंह, शैलेश यादव, तान्या सिंह, प्रणीता राय, प्रगति ठाकुर, मनीषा ओझा, हरिकृष्ण यादव, सुधांशु शुक्ला, उत्तम ओझा, वंदनी सिंह, शिवम पाण्डये, प्रियांशा श्रीवास्तव, अतुल मौर्य, दीक्षा गौतम, अभिषेक त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।