कहा-राममंदिर बनने से नेपाल-भारत के रिश्ते होंगे और होंगे मजबूत
अयोध्या। जनकपुर से अयोध्या और पशुपतिनाथ से काशी के बीच धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त बाते अयोध्या पहुंचे नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सऊद ने कही। निवार को नेपाल विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सऊद परिवार के साथ दिल्ली से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे जहां उनका प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वागत किया। दो दिवसीय प्रवास के दौरान वह रविवार को हनुमान गढ़ी और रामलला का दर्शन पूजन करेंगे। रविवार को ही सड़क मार्ग से वापस नेपाल की रवाना होंगे।
विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सऊद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। जनकपुर अयोध्या के साथ-साथ नेपाल के पशुपतिनाथ व बनारस के बाबा विश्वनाथ के साथ भी हम सांस्कृतिक संबंध बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच बहुत ही गहरा सांस्कृतिक संबंध रहा है, दोनों सरकार के बीच में ही नहीं जनता के बीच में भी उतना ही गहरा संबंध रहा है। उन्होंने कहा भगवान राम की शादी माता जानकी से जनकपुर के राम जानकी मंदिर में हुई थी, इसलिए हमारे बीच जो गहरा संबंध है वह सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि उसको और मजबूत करने के लिए प्रयत्नशील है। हम लोग धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं, अयोध्या और जनकपुर के बीच संबंध और अच्छा हो इसके लिए हम लोग कोशिश कर रहे हैं। काशी और पशुपतिनाथ विश्वनाथ बाबा के बीच का भी संबंध बढ़ा रहे हैं और धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान नेपाल के विदेश मंत्री के साथ हिंदू महासंघ नेपाल की उपाध्यक्ष ज्योत्सना साउद, काजी मानसुब्बा, दीपेंद्र पाठक, श्रीकृष्ण थापा साथ रहे।