कहा योगी सरकार की अनाज खरीद अखिलेश सरकार से साढ़े सात गुना ज्यादा
फैजाबाद। प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है कि कर्ज में किसानों के आत्महत्या करने वाली कहानी मार्च 2017 के पहले हुआ करती थी। जब उनके गन्ना, आलू समेत अन्य फसलों के बकाये रहते थे। अखिलेश यादव के समय 7 लाख मिट्रिक टन गेंहू की खरीद हुई थी। योगी सरकार ने 53 लाख मिट्रिक टन गेंहू की खरीद की है। अखिलेश सरकार ने 3 लाख किसानों का गेंहू खरीदा था तो योगी सरकार ने 15 लाख किसानों का गेंहू खरीदा है। योगी सरकार की खरीद अखिलेश सरकार से साढ़े सात गुना ज्यादा है। सरकार ने साढ़े तेईस हजार करोड़ का भुगतान गन्ना किसानों को किया है। इसके साथ में अखिलेश सरकार के समय बकाया 11 हजार करोड़ का भुगतान भी योगी सरकार के द्वारा किया गया है।
उन्होने बताया कि किसानों को कर्ज देने के लिए सरकार ने 40 हजार करोड़ का लक्ष्य रखा था। जिसमें किसानों ने अभी तक 11 हजार करोड़ ही कर्ज लिया है। इसका कारण यह है कि सरकार ने समय से किसानों का भुगतान किया। उन्हें समय से बीज उपलब्ध कराये। जिससे उन्हें कर्ज लेने की जरुरत ही नहीं पड़ी। उन्होने बताया कि किसान आधुनिक व वैज्ञानिक खेती से अवगत हो सके इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्रो को विकसित किया जा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय में शिक्षको के नये पद सृजित किये जा रहे है। नरेन्द्र देव कृषि विज्ञान प्रयोगशाला को तीन करोड़ रुपये दिये गये है जिससे बढिया सीमन तैयार हो जिससे बछिया ज्यादा हो।
उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा गन्ना किसानांे के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 20 रुपये की बढ़ोत्तरी की गयी है। इससे पहले सरकार द्वारा खरीफ सीजन की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना की बढ़ोत्तरी की गयी थी। इसके लिए केन्द्र सरकार धन्यवाद की पात्र है। किसानो को कृषि यंत्रों केा आधे से कम कीमत पर उपलब्ध कराया जा रहा है। 36 हजार किसानों को सोलर पम्प देने की योजना है जिससे कम बरसात होने पर वह सिचाई कर सके। यह बाते कृषि मंत्री ने सर्किट हाउस मंे पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कही। इससे पहले सर्किट हाउस पहुंचने पर भाजपा नेताओं के द्वारा उनका स्वागत किया गया। इस दौरान डा बाके बिहारी मणि त्रिपाठी, महंत मनमोहन दास, शक्ति सिंह, अभिषेक मिश्रा, कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू, इ0 रणवीर सिंह, दिवाकर सिंह, आकाश मणि त्रिपाठी मौजूद रहे।
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