कायम फर्जी मुकदमा वापसी व 32022 अनुदेशक भर्ती शुरू कराने की मांग
फैजाबाद। गोरखपुर में बी0पी0एड्0 डिग्री धारकों पर दर्ज फर्जी मुकदमा वापसी व 32022 पदों पर होने वाली शारीरिक शिक्षा व खेलकूद अनुदेशक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू कराने की मांग को लेकर जिले के बी0पी0एड्0 उपाधि धारकों ने मेजर ध्यानचंद खेल उत्थान समिति के बैनर तले गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया और सरकार को चेतावनी दिया कि यदि 48 घंटे के अन्दर हमारे प्रदेश अध्यक्ष व उनके साथियों को रिहा नहीं किया गया तो हम सब पूरे प्रदेश में उग्र आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी शुरूआत अयोध्या धाम से किया जायेगा। मुकदमा वापसी व चयन प्रक्रिया से सम्बन्धित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया। वहीं दूसरी ओर 7 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल जिलाध्यक्ष हौसिला प्रसाद यादव के नेतृत्व में सांसद लल्लू सिंह से मिलकर पीड़ा व्यक्त किया गया जिस पर सांसद ने सहयोग देने की बात कही और कहा कि उक्त प्रकरण पर मैं पत्र लिखूंगा और वार्ता मुख्यमंत्री से वार्ता भी करूंगा। धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश महासचिव आकाश गुप्त ने कहा कि अपनी समस्या का लेकर बीते शनिवार को हम सब मुख्यमंत्री से वार्ता हेतु गोरखपुर गये थे जहां हमें लाठियों से पीटा गया और हमारी आवाज को दबाने के उद्देश्य से प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव, गोरखपुर जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पाण्डेय, महाराजगंज जिलाध्यक्ष कुलदीप मणि त्रिपाठी, बलिया जिला महामंत्री अरूणेन्द्र राय पर धारा-154, 147, 148, 342 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। अगर उन्हें 48 घंटों के अन्दर रिहा नहीं किया गया तो हम सब सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। जिला अध्यक्ष हौसिला प्रसाद यादव ने सरकार से माँग किया गया कि लाठी-डण्डों का खेल अब बन्द करे वो सीधा हम बेरोजगारों पर गोलिया चलवा दे जिससे बेरोजगार व बेरोजगारी दोनों समाप्त हो जाये। जिला संरक्षक सुधाकर पाण्डेय ने कहा कि नियुक्ति को लेकर हमारे पर हाईकोर्ट के सिंगल व डबल बेंच का स्पष्ट आदेश है परन्तु उसके बाद भी हाई पावर कमेटी के गठन के नाम पर हमें गुमराह करके हमारा शोषण किया जा रहा है। धरने की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी शशांक पाण्डेय व संचालन विजय वर्मा ने किया। इस मौके पर रामपाल यादव, रमेश कुमार, विशाल गुप्ता, रमेश यादव, अम्बुज कुमार, अम्बिका गुप्ता, कवीन्द्र पाण्डेय, दुर्गेश मिश्रा, जितेन्द्र मिश्रा, सुनील चैधरी, स्वदेश कुमारी, शिवबचन, अमर, राजेन्द्र प्रताप, महेन्द्र प्रताप, राकेश साहू आदि लोगों ने अपनी बात रखी।