-वालंटियर प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव बनायेंगे भव्य
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रान्तीयकृत दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए शनिवार को वालंटियर प्रातः 10 बजे टी-शर्ट व कैप लगाकर बसो से राम की पैड़ी के लिए रवाना हुए। कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए दीपोत्सव यातायात समिति के संयोजक प्रो. अनूप कुमार की निगरानी में चार बसे जय श्रीराम उद्घोष के साथ दीपोत्सव स्थल के लिए रवाना हुए। इन वालंटियर द्वारा राम की पैड़ी के घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू किया गया। दीपां को बिछाते समय वालंटियर का उत्साह देखते ही बन रहा है। जय श्रीराम के नाम जपते हुए प्राण प्रतिष्ठा के बाद का पहला दीपोत्सव भव्य बनायेंगे।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता के लिए 55 घाटों पर दीयों के खेप की सप्लाई पूरी हो गई है। शनिवार से घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। रविवार से 55 घाटों पर युद्धस्तर पर दीए बिछाने का कार्य शुरू होकर जो 28 अक्टूबर तक पूरी कर ली जायेगी। 29 से दीपो ंकी गणना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा की जायेगी। दीपोत्सव के दिन 30 अक्टूबर को वालंटियर्स द्वारा दीपों में तेल डालने, बाती लगाने व प्रज्ज्वलित करने का कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दीपोत्सव में विवि परिसर, 14 महाविद्यालय, 37 इण्टर कालेज व 40 स्वयंसेवी संस्थायें लगाये गए है। इन संस्थानों द्वारा वालंटियर को बसों से राम की पैड़ी व अन्य दीपोत्सव स्थल पर भेजे जा रहे है। वहीं विवि परिसर से बसे प्रातः 10 बजे रवाना की गई। विभागों द्वारा सभी वालंटियर को आईकार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। इसके साथ ही इन्हें टी-शर्ट व कैप वितरित कर दिया गया है। आईकार्ड व टी-शर्ट व कैप के बिना घाटों पर प्रवेश वर्जित रहेगा।
मीडिया प्रभारी डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि कुलपति द्वारा दीपोत्सव की सफलता के लिए विभिन्न समितियों द्वारा दिशा-निर्देश प्रदान किया जा रहा है। सभी समितियां अपने कार्यदायित्वों का निवर्हन करते हुए पुनः गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे।