-कलात्मक उन्नयन के लिए करें निरन्तर नवाचार : प्रो. मनोज दीक्षित
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट्स विभाग तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विगत पंचम दिव्य दीपोत्सव में अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग उत्तर-प्रदेश शासन लखनऊ के वित्तीय सहयोग से आयोजित ’’सीता-राम स्वरूप तथा रंगोली प्रतियोगिता’’ के विजेता, उपविजेता छात्र-छात्राओं को बुधवार को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता, अध्यक्ष, कुलपति सलाहकार समिति प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप-प्रज्ज्वलन के साथ किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने अपने उद्बोधन में दिव्य दीपोत्सव के प्रारम्भिक स्वरूप से लेकर वर्तमान तक के भव्य आयोजन में फाईन आर्ट्स विभाग के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने बताया कि कला के क्षेत्र में रोजगार एवं नये अविष्कारों की अपार संभावनाएं है। विभाग के छात्र-छात्राओं मे नये-नये सृजन की अपार क्षमताएं हैं। इसके लिए विभागीय शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं कलात्मक प्रवृत्ति के उन्नयन के लिए निरन्तर नवाचार एवं नवीन तकनीक का प्रयोग करते रहें। प्रो0 दीक्षित ने बताया कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यहां की छात्र-छात्राएं मनमोहक रंगोली एवं कलाकृति निर्माण के साथ ऐतिहासिक दीप प्रज्जवलन में अपना योगदान प्रदान करेगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर-प्रदेश उत्तराखण्ड आर्थिक संघ (यू.पी.यू.इ.ए) के प्रेसिडेन्ट एवं इंस्टीटयूट फॉर हयूमन डबलपमेन्ट, नई दिल्ली तथा जे0एन0यू0 के सी0एस0आर0डी0 के पूर्व अध्यक्ष प्रो0 रवि श्रीवास्तव ने अपना आर्शीवचन उद्बोधन में छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा कलाकृति के सृजनात्मक स्वरूप की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश राज्यपाल के जनसहभागिता के दृष्टिगत दीपोत्सव के दिन घाट संख्या 10 पर चित्रित होने वाली रामकथा आधारित मनमोहक एवं रमणीक चित्रण कार्य हेतु प्रयोग होने वाली सामग्रियों को उपलब्ध करायेगा।
प्रो0 श्रीवास्तव ने भव्य एवं दिव्य छठे दिव्य दीपोत्सव की सफलता के लिए विश्वविद्यालय परिवार, प्रतिभागी छात्र-छात्राओं एवं उत्तर-प्रदेश शासन के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए विजेता उपविजेता को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ लेखक एवं विचारक भारतीय संस्कृति अयोध्या के डॉ0 आर0के0 द्विवेदी ने सीता राम स्वरूप एवं रंगोली प्रतियोगिता के विजेता एवं उपविजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं सरकार द्वारा प्रदत्त पुरस्कृत धनराशि का चेक प्रदान किया। अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रो0 आशुतोष सिंन्हा ने उपस्थित जनसमूह हेतु अपना आर्शीवचन प्रदान किया।
पुरस्कार एवं वितरण कार्यक्रम की संयोजिका फाईन आर्ट्स विभाग की डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि सीता राम स्वरूप प्रतियोगिता की प्रथम पुरस्कार विजेता पुरस्कार पुर्नवास केन्द्र की रिया मिश्रा एवं चॉदनी वर्मा (मूक बधिर प्रतिभागी) को तीस हजार रूपये का चेक एवं प्रमाण प्रत्र प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार संगीत एवं अभिनय कला विभाग की चेतना गौतम एवं एकता सिंह की जोड़ी को रूपया बीस हजार मात्र का चेक एवं प्रमाण पत्र दिया गया।
रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार युविन ग्रुप गोरखपुर के छात्र-छात्राओं के पच्चीस हजार की पुरस्कार धनराशि को टीम लीडर धर्मराज राणा को प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार अग्नि शिखा ग्रुप की दीपिका को बीस हजार रूपये का चेक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। पुरस्कृत होने वाले अन्य छात्रों में गजेन्द्र सिंह, रमनादास, रोहन यादव को दस-दस हजार का चेक प्रदान किया गया। वहीं हर्ष चन्द्रा, मुस्कान, सत्यम, साक्षी पाल को पांच-पांच हजार का चेक दिया गया। दूसरी ओर दिव्या को सात हजार पाँच सौ का चेक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। पुरस्कृत होने वाले छात्रों में नुपुरू त्रिपाठी एवं भावना पाल का चेक उनक पते पर प्रेषित कर दिया गया है।
विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एवं समन्वयक फाईन आर्ट्स प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुरस्कृत होने वाले समस्त छात्र-छात्राओं की धनराशि अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग, उत्तर-प्रदेश शासन लखनऊ द्वारा प्रदत्त की गई है। इसके लिए उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्रीयोगी आदित्य नाथ जी निश्चित रूप से बधाई के पात्र है। छठें दिव्य दीपोत्सव-2022 की भव्यता में उत्तर-प्रदेश उत्तराखण्ड आर्थिक संघ द्वारा प्रदत्त सहयोग निश्चित रूप से दिव्य दीपोत्सव के व्यापक स्वरूप को विश्लेषित करता है। फाईन आर्ट्स विभाग इस वर्ष भी नये कलात्मक सृजन के साथ विश्व प्रतिमान स्थापित करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 अखिलेश कुमार सिंह ने समस्त पुरस्कृत छात्र-छात्राओं की अपना स्नेहिल आर्शीवाद ऑनलाइन प्रदान किया और निरन्तर छात्र-छात्राओं को नये सृजनात्मक कार्यों के लिए उत्प्रेरित किया। धन्यवाद ज्ञापन सरिता सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्रो0 मृदुला मिश्रा, डॉ0 प्रिया कुमारी, दिव्य दीपोत्सव के उपसमन्वयक डॉ0 संग्राम सिंह, डॉ0 राणा रोहित सिंह, इं0 विनीत सिंह, मुस्कान पुर्नवास केन्द्र की निदेशक रानी अवस्थी, डॉ0 अलका श्रीवास्तव, डॉ0 शर्मिष्ठा घोष, श्रीमती कविता पाठक, श्री सूर्यभान शुक्ला, समाजसेवी के साथ गैरशैक्षणिक कर्मचारी विजय कुमार शुक्ला, शिव शंकर यादव तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।