छुट्टा जानवरों ने कृषक की एक हेक्टेयर गेहूं की फसल कर दी बर्बाद
कुमारगंज। छुट्टा जानवर किसानों के जी का जंजाल बन गए हैं। किसानों की गेहूं की लहलहाती फसल को आवारा जानवरों में इस कदर अपना निवाला बनाया कि अब किसान अपने गेहूं की खड़ी फसल की उपज के नाम पर एक दाना पैदा करने में अपने को असहाय महसूस कर रहा है। इसका ज्वलंत उदाहरण मिल्कीपुर क्षेत्र के तेन्धा गांव में देखने को मिला है जहां छुट्टा जानवरों के आतंक से बर्बाद हुई एक हेक्टेयर गेहूं की फसल को ग्रामवासी कृषक ओम प्रकाश सिंह उर्फ पिंटू थक हारकर जोतवाने को मजबूर हो गए हैं।
मिल्कीपुर ब्लॉक क्षेत्र के तेंधा गांव निवासी कृषक ओम प्रकाश सिंह उर्फ पिंटू ने 2 हेक्टेयर गेहूं की फसल बो रखी थी खाद पानी बीज और दवा के सहारे फसल तैयार करने के उपरांत कृषक की फसल को आवारा जानवरों ने इस कदर अपना निशाना बनाया कि एक हेक्टेयर गेहूं की फसल को समूल नष्ट कर दिया।
इस समय जहां एक ओर गेहूं की तैयार फसल को मड़ाई करने का वक्त आ गया है वही दूसरी ओर आवारा जानवरों के आतंक के चलते बुधवार को किसान ओम प्रकाश सिंह को विवश होकर अपने गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से जोतवाना पड़ गया। पीड़ित कृषक के खेत में गेहूं की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलता देख प्रतिनिधि जब मौके पर पहुंचा तब पीड़ित कृषक ओम प्रकाश सिंह ने रो-रो कर अपनी दुख भरी कहानी बताई। कृषक का कहना है कि छुट्टा जानवरों के चलते गेहूं की फसल में अबकी बार हमें सवा लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है। यही नहीं हमारे 1 एकड़ गन्ने की फसल को भी आवारा जानवरों ने चट कर दिया है। ऐसे में सरकार की किसानों की आय दोगुनी करने की मंशा पर यही आवारा जानवर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम भी नहीं किए गए हैं। फिलहाल इन आवारा जानवरों के चलते अब किसानों को खेती करना दुश्वार सा हो गया है।