रूदौली । अपने उदगम स्थल मवई के लखनी पुर गांव से लगभग पांच किलोमीटर स्थित नरौली गांव की सीमा तक पहुचते पहुचते मात्र एक दो मीटर में सिमट कर रह गई रामायण कालीन तमसा नदी को फिर से पुराने स्वरूप में लाने की कवायद के मद्देनजर शुक्रवार को
वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ नरौली गांव में रूदौली एसडीएम त्रिवेणी प्रसाद वर्मा , डीसी मनरेगा नागेंद्र मोहन त्रिपाठी व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम बहादुर यादव ने पूजन-अर्चना कर शिलान्यास किया और फावड़ा चलाकर शुभारंभ भी किया।एस डी एम ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचन्द्र जी वन गमन के समय इसी पवित्र नदी
के समीप रात्रि निवास किया था ।हम सभी का कर्तव्य है कि अपने पूर्वजों की धरोहर को संजो कर रखे ।आगामी 31 मार्च तक माँ तमसा को पूर्ण रूप से लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा जब नदी में जल प्रवाहित हो जाएगी तो किसानों के साथ साथ पशु पक्षियों को भी लाभ पहुचेगा ।इसलिए इस पुनीत कार्य में आप सब लोग सहयोग करे ।उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा ।वही डीसी मनरेगा नगेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने कहा कि नदी के किनारे या प्रवाह के मध्य आने वाले पेड़ों को काटने की अभी जरूरत नहीं है। जो यूकोलिप्टस के पेड़ है उन्हें वन विभाग कटा देगा ।इसके अलावा मजदूरों के भुगतान में कोई कमी नही आने दी जाएगी। सभी मजदूरों को गांव से ही मनरेगा योजना के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। तहसीदार शिव प्रसाद कहा कि विश्व मे जितनी भी सभ्यताएं हुई है उसमें नदियों का बड़ा ही योगदानहै।उन्होंने तमसा नदी के सामाजिक ,धार्मिक ,आद्यात्मिक व पौराणिक महत्व के बारे विस्तृत चर्चा की ।इस अवसर एडीओ पंचायत जय चन्द्र वर्मा , ग्राम पंचायत सचिव सौरभ गुप्ता ,तकनीकी सहायक राजेश सिंह, ग्राम प्रधान राम दुलारी ,अरविंद वर्मा,राजेश वर्मा ,राकेश यादव,धीर सिंह, लेखपाल बृज नाथ द्विवेदी ,अमित तिवारी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे ।
यहाँ तो एक दो मीटर में ही सिमट गई तमसा
मवई ब्लॉक के बसौढ़ी के लखनीपुर गांव से निकली तमसा नदी का आकार अवैध अतिक्रमण के चलते महज पांच किलोमीटर की दूरी में एक दो मीटर ही रह गया। यहां नदी का आकार देख सभी लोग हतप्रभ थे बरबस एक ग्रामीणों के मुंह से निकल ही गया कि वाह रे अवैध अतिक्रमणकारियों आपने तो तमसा मैया को भी नही छोड़ा।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के अनुरोध पर श्रम दान के लिए तैयार हुए दर्जनों ग्रामीण
रूदौली ।नरौली ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि राम बहादुर यादव के अनुरोध पर दर्जनों ग्रामीणों ने तमसा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए शुक्रवार को नदी के किनारे ही तन मन से सहयोग देने का संकल्प लिया ।जिसमे अमर चन्द्र जायसवाल ,राम भगत,अवध बिहारी ,शिवकुमार,राम केवल ,शीतला प्रसाद आदि ग्रामीण शामिल रहे ।