06 माह से भोजन का त्यागकर प्रतिदिन 11 घंटे अनवरत चल रही थी साधना
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के सिद्धपीठ श्री हनुमानगढ़ी बसंतिया पट्टी के संत डा. महेश दास उर्फ स्वामी महेश योगी ने महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि से योग में एक अनोखा विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। 2अप्रैल 24 से अभी तक पांच माह में सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी अयोध्या निज आश्रम पर भोजन का त्यागकर अनवरत 11 घंटे प्रतिदिन कपालभाति करते हुए महेश योगी ने एक करोड़ 50 लाख कपालभाति किया था।
वहीं 30 अगस्त 2024 को महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि गोंडा जिले के कोडर में अनवरत 11 घंटे में एक लाख कपालभाति कर महर्षि पतंजलिकी जन्म भूमि से एक करोड़ 51 लाख कपालभाति करने का नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के रिकॉर्ड बुक में अंकित किया गया। किंतु उन्होनें अपनी साधना को अभी विराम नहीं दिया है। स्वामी जी की यह साधना छः माह यानि 1980 घंटे ( सितम्बर माह तक ) अनवरत चलती रहेगी।
भारत के चारों दिशाओं में चार योग धाम की स्थापना है लक्ष्य
छह माह से हनुमानजी के सानिध्य में अष्टसिद्धि व रुद्र राज योग की साधना कर रहे स्वामी महेश योगी सम्पूर्ण भारत में श्री हनुमान भक्ति आन्दोलन संचालित कर सनातन धर्म के अभ्युदय तथा योगमय भारत बनाने जैसे उद्देश्यों की की प्राप्ति के लिय साधना रत हैं। जन जन में योग शक्ति की ऊर्जा पुंज को स्थपित करने को अनेकों अभियान चलाया तथा भारत के चारों दिशाओं में चार योग धाम की स्थापना के लिए कार्य कर रहे हैं। योग, कला, साहित्य व अध्यात्म के क्षेत्र में पहले भी महेश योगी ने अनेकों बार भारत का गौरव बढ़ाया है।
जिसमें अनवरत 76 घंटे तक योग मैराथन करने का विश्व रिकॉर्ड, अनवरत 51 घंटे कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, 1 मिनट में 21 बार सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड, एक घंटा 15 मिनट शीर्षासन में कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, अयोध्या मां सरयू की गोद में लगातार 13100 बार डुबकियां लगाने का विश्व रिकॉर्ड, चित्रकला के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी व्यक्ति चित्र श्रृंखला बनाने का विश्व रिकॉर्ड, अब तक 11000 चित्रों का सृजन करने का रिकॉर्ड तथा दिव्य भारत गौरव ग्रंथ एवं भारत ऋषि ज्ञान एनसाइक्लोपीडिया के लेखन कार्य जैसे अनेकों विशिष्ठ कीर्तिमान महेश योगी जी के नाम से दर्ज हैं।