-विहिप ने किया स्वागत , रामलला हमारी धर्म संस्कृति के मेरूदंड, जो जन जन में हैं समाये
अयोध्या। अपने नव्य, दिव्य व भव्य मंदिर में जन्मभूमि पर 22 जनवरी 2024 से प्रभु राम 5 वर्षीय रामलला के रूप में विराजमान हो गए हैं। देश विदेश से श्रद्धालुओं का जत्था उनके दर्शन को भी पहुंचा और पहुंच भी रहा है।
अब एक कदम और आगे बढाते हुए दक्षिण पूर्वी एशिया के देश लाओस ने अयोध्या के श्री रामलला पर एक डाक टिकट जारी किया है। जिसका विहिप ने स्वागत किया और कहा कि जहां संपूर्ण विश्व राम के प्रति निष्ठावान वहीं भारत में मुठ्ठी भर लोग सत्ता सुख के लिए श्रीराम को काल्पनिक बता कर अपनी संस्कृति और भारत को शर्मसार करते हैं।
शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने लाओस राष्ट्र द्वारा राम लला पर डाक टिकट जारी किये जाने पर खुशी जताई गई। प्रेस को दी गई सूचना में कहा गया है कि यह बहुत प्रसन्नता प्रदान करने वाला अवसर है, जो अपने पूर्वजों और भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठावान है।
रामलला हमारी धर्म संस्कृति के मेरूदंड हैं। जो जन जन में समाये हैं। उन्होंने कहा श्रीराम के प्रति जंहा विश्व में आस्था समर्पण दिखता है वही दुर्भाग्य है कि भारत में श्रीराम को कालपनिक और उनकी उपस्थिति को नकारकर तुष्टिकरण की राजनीतिक रोटियां सेकते हैं।