‘‘महिला सशक्तीकरणः सामाजिक आवश्यकता एवं उपाय’’ विषय पर हुई कार्यशाला
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में यौन उत्पीड़न प्रकोष्ठ द्वारा ”महिला सशक्तीकरणः सामाजिक आवश्यकता एवं उपाय विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की मुख्य अतिथि पुलिस निरीक्षक लखनऊ की सत्या सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रशिक्षक संजय कुमार हिला रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन0 राय ने की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सत्या सिंह ने कहा कि भारत सभ्यताओं और संस्कारों का देश है। यहां पर लैगिंग उत्पीड़न निश्चित रूप से एक सामाजिक समस्या है। ज्यादातर आंकडों से यह स्पष्ट होता कि उत्पीड़न परिवार के ही सदस्यों द्वारा होता है। सभ्य समाज की पहचान है कि महिलाओं को आदर सम्मान मिले तभी समाज और परिवार का परिवेश सुदृढ़ होगा। परिवार में मॉ संतान की प्रथम पाठशाला होती है उसे सामाजिक ताने-बाने बारे में पूरा अनुभव होता है। उसके द्वारा प्रदान की गयी शिक्षा समाज व परिवार दोनों को आधार प्रदान करती है। सत्या ने बताया कि भारतीय संविधान में महिलाओं को समान रूप से संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। वर्तमान परिवेश में यह आवश्यक है कि स्वयं की सुरक्षा के लिए आत्म विश्वास होना आवश्यक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन0 राय ने कहा कि आज का समय सामाजिक जागरूकता का है। सोशल मीडिया के यदि सकारात्मक पक्ष है तो उसके नकारात्मक प्रभाव भी है। इसका चुनाव व्यक्ति की जागरूकता पर भी निर्भर करता है। सही और भ्रामक संदेशों की पहचान आवश्यक है। इसके लिए माता पिता से विचार विमर्श सही चुनाव का रास्ता हो सकता है। प्रो0 राय ने बताया कि महिलाओं में आत्मविश्वास होना आवश्यक है। भारतीय समाज में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। छात्राओं को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता छात्र-कल्याण प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने कहा कि भारतीय समाज में महिलाओं के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। विधिक रूप से उन्हे भी संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। कार्यशाला प्रकोष्ठ की समन्वयक डॉ0 तुहिना वर्मा ने बताया कि महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए यह आवश्यक है कि उन्हे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाये ताकि वे सुरक्षित रह सके। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में विशिष्ट अतिथि प्रशिक्षक संजय कुमार हिला ने छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए कई टिप्स सिखायें ताकि विपरीत परिस्थितियों में स्वयं को सुरक्षित रख सके। इस कार्यशाला में परिसर की शिक्षिकाओं एवं छात्राएं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का संचालन प्रकोष्ठ सदस्य डॉ0 नीलम यादव ने किया। अतिथियों प्रति धन्यवाद ज्ञापन एम0एड0 विभाग की शिक्षिका डॉ0 नीलम सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो0 के0 के0 वर्मा, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 नीलम पाठक, डॉ0 अनिल विश्वा डॉ0 वन्दिता पाण्डेय, शालिनी पाण्डेय, पल्लवी सोनी, कृतिका निषाद सहित शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रही।