-हिन्दू महासभा ने जताई नाराजगी, बलिदान स्थल पर की सफाई
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में एक और जहां संपूर्ण अयोध्या दीपोत्सव के रंग में रंगी हुई है वहीं दूसरी ओर वीर बलिदानी कारसेवकों की घोर उपेक्षा और अपमान उनके इस रंग को बैरंग करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है, जिस राम मंदिर निर्माण के लिए अनेक कारसेवक बलिदान हो गए उन्हें याद करने का कार्य आज ना शासन ना प्रशासन और ना ही वे तथाकथित नेता जिन्होंने कारसेवकों के बलिदान का नाम ले लेकर सत्ता के शीर्ष तक पहुंचे सांसद और विधायक बने उनके द्वारा कारसेवकों के बलिदान दिवस की स्मृतियों को पूर्ण रूप से विस्मृत कर दिया गया है सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के पश्चात यह लगने लगा था कि अब न सिर्फ वीर बलिदानी कारसेवकों को पूर्ण रूप से न्याय व उन्हें यथोचित सम्मान प्राप्त होगा, बल्कि बदहाल जीवन व्यतीत कर रहे उन कारसेवकों के परिवारों की आर्थिक बदहाल स्थिति मैं हर प्रकार से सुधार आएगा ,उनके बेरंग जीवन में भी रंग भरेंगे? परंतु ऐसा हो नहीं सका ना तो कारसेवकों को उचित सम्मान ही प्राप्त हुआ ,और ना ही उनके परिवारों की स्थिति में किसी भी प्रकार का कोई सुधार आ सका, अब तो स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा इन वीर बलिदानी कारसेवकों की स्मृति दिवस अर्थात 30 अक्टूबर तथा 2 नवंबर को याद रखने की आवश्यकता भी नहीं महसूस की जाती एक बार फिर से परिलक्षित हुई बलिदानी कार्य सेवकों की उपेक्षा इस बार भी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियों के बीच कारसेवकों की अपेक्षा हृदय को असहनीय पीड़ा प्रदान करने वाली है 1992 की कार सेवा रहें हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय इन बलिदानी कार्य सेवकों की घोर उपेक्षा व अपमान से बुरी तरह व्यथित होते हुए कहते हैं कि कारसेवको की ऐसी उपेक्षा बर्दाश्त से बाहर है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह मामला स्वत संज्ञान में लेते हुए इन परिवार वालों के आवास पर पहुंचकर स्थिति खुद देखनी चाहिए वहीं भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अधिवक्ता राजीव कुमार शुक्ला द्वारा कारसेवकों की की जा रही घोर उपेक्षा को बेहद शर्मनाक पूर्ण व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
दिगंबर अखाड़े में नहीं हुई श्रद्धांजलि सभा
-हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडे एवं भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अधिवक्ता राजीव कुमार शुक्ल द्वारा यह बताया गया कि पिछले कई वर्षों से उनके द्वारा वीर बलिदानी कारसेवकों को दिगंबर अखाड़ा पहुंचकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाती रही है दिगंबर अखाड़े में ऐसा पहला बार नहीं हुआ है, पूर्व में भी दिगंबर अखाड़ा स्थित बलिदानी कारसेवक स्थल पर आयोजित स्मृति दिवस नहीं हो पाया था कारसेवकों की स्मृति दिवस को विस्मित कर दिया गया था ऐसा ही इस बार भी हुआ है हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय एवं अधिवक्ता राजीव शुक्ला जब 2 नवंबर की सुबह 9ः00 बजे दिगंबरा स्थित बलिदान स्मृति स्थल पर पहुंचे तब यह देखकर आवांक और घोर आश्चर्य मैं डूब गए कि वहां पर किसी भी प्रकार का कोई भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम था ही नहीं इस संबंध में जब उनके द्वारा दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास से जानकारी ली गई तो उन्होंने इस विषय पर पूर्ण अनभिज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि इस बारे में विश्व हिंदू परिषद ने उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी है यह जिम्मेदारी विश्व हिंदू परिषद की थी उन्हें इसका आयोजन करना चाहिए था तब हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडे तथा अधिवक्ता राजीव शुक्ला द्वारा खुद झाड़ू लेकर संपूर्ण बलिदान स्थल कि ना सिर्फ साफ-सफाई की गई बल्कि बलिदान स्थल पर पानी का छिड़काव कर उसे फूल मालाओं से आच्छादित किया गया, तदुपरांत दिगंबर अखाड़े की श्रीमहंत सुरेश दास दंत धवन कुंड के वर्तमान श्री महंत विवेकाचारी, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय, भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अधिवक्ता राजीव शुक्ला, सहित अन्य राम भक्तों द्वारा बलिदानी कारसेवकों को श्रद्धांजलि प्रदान की गई
बलिदानी कारसेवक रमेश पांडेय के चित्र पर अर्पित हुई पुष्पांजलि
– 2 नवंबर 1990 को कार सेवा में बलिदान हुए रमेश पांडेय के आवास पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडे एवं अधिवक्ता राजीव शुक्ला द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई वीर बलिदानी कारसेवक रमेश पांडेय की धर्मपत्नी गायत्री पांडेय भी कारसेवकों की उपेक्षा से बेहद व्यथित दिखी उन्होंने बताया कि अभी तक कोई भी जनप्रतिनिधि अथवा अन्य किसी द्वारा उनके आवास पर आकर पुष्पांजलि अर्पित नहीं की गई है इस विषय में उनके द्वारा अनेक जनप्रतिनिधियों एवं राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय से बात की गई किंतु इस विषय पर उनके द्वारा भी पूर्ण रूप से हाथ खड़ा कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री से मिलेगा कारसेवकों का परिवार
-हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा जल्द ही मुख्यमंत्री से समय लेने का प्रयास किया जा रहा है , बलिदानी कार सेवकों की बदहाल आर्थिक स्थिति एवं बुनियादी सुविधाओं को देने के विषय के साथ-साथ बलदानी कारसेवकों के परिवारों में एक व्यक्ति को नौकरी देने जैसी बातें मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएंगी।