38वीं राष्ट्रीय संगीत गायन प्रतियोगिता ”सुर तरंग” का हुआ आयोजन
फैजाबाद। डाॅ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द सभागार में संगम कला ग्रुप व दृश्य कला तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रमाीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 38 वां राष्ट्रीय संगीत गायन प्रतियोगिता ”सुर तरंग” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अयोध्या विश्व की सबसे प्राचीन नगरी है। यह उजड़ने-बसने के क्रम में बहुत पीछे चली गयी, लेकिन इसने अपनी कला संस्कृति को बचाये रखा। संतों एवं आम लोगों में अयोध्या की संगीत परम्परा जीवित है। किसी भी प्रतियोगिता में कोई हारता है तो कोई जीतता है। इस संगीत की प्रतियोगिता में संगीत जीतेगा। आप युवा बच्चें देश का भविष्य है, संगीत का भविष्य हैं। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में जल्द ही संगीत एकेडमी की स्थापना की जायेगी जिसके माध्यम से अवध के संगीत को बचाया जा सकेगा इससे संगीत साधकों का भविष्य आने वाला समय तय करेगा।
कार्यक्रम के इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि डोगरा रेजिमेंट के ब्रिगेडियर ज्ञानोदय ने कहा कि संगीत प्रत्येक व्यक्ति के लिए विश्व की एक महान देन है। यह एक कला है, साधना है। उम्मीद है इस प्रतियोगिता से गायन के क्षेत्र में नये-नये कलाकार निकलकर आयेंगे। संगम कला ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी0 एस0 के0 सूद ने कहा कि इस ग्रुप ने 40 साल पूरे किये है। इस ग्रुप ने नये-नये कलाकारों को संगीत की दुनिया से परिचित कराया। संगीत की छुपी हुई प्रतियोगिताओं को बाहर निकालना ही इस ग्रुप का उद्देश्य है। इसने सोनू निगम, मीनाक्षी शेषाद्री, श्रेया घोषाल, सुनिधि चैहान आदि कालाकारों को दुनिया से परिचय कराया। प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में संजय पाण्डेय (दिल्ली संगम कला ग्रुप), क्षितिज माथुर (टी सिरीज डीन), उस्ताद तनवीर अहमद खां (दिल्ली घराना) सदस्य रहे। इस कार्यक्रम में लगभग 250 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में चार चैप्टर गोरखपुर, गाेंडा, लखनऊ व फैजाबाद के प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में वरूण कन्नौजिया, नेशनल वीनर 2017 उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्र्याण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। कार्यक्रम में आये अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर प्रख्यात गजल गायिका रेखा सूर्या, श्रीमती आरती दीक्षित, कार्य परिषद सदस्य ओ0 पी0 सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 मृदुला मिश्रा, प्रो0 के0 के0 वर्मा, डाॅ0 शैलेन्द्र वर्मा, सरिता द्विवेदी, रीमा सिंह, पल्लवी सोनी, अलका श्रीवास्तव, प्रदीप त्रिपाठी एवं अनिल विस्वा सहित बड़ी संख्या में जन समूह उपस्थित रहा।