-अयोध्या और केरल का प्राचीन सांस्कृतिक संबंधः प्रो. राधाकृष्णन
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय द्वारा केरल दिवस की पूर्व संध्या पर श्रीराम शोधपीठ में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति की प्रेरणा से केरल दिवस की पूर्व संध्या पर एवं लौह पुरुष भारत के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय मत्स्य विज्ञान विभाग प्रो. राधाकृष्णन केरल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह ने किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि केरल को 1 नवंबर 1956 में त्रावनकोर, कोचीन, मालाबार के क्षेत्र को मिलाकर बनाया गया था। केरल प्राचीन काल से ही समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व करता रहा है। केरल प्राकृतिक रूप से बहुत समृद्ध राज्य है भारत की प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा को आज भी संजोए हुए है। भगवान आदिशंकराचार्य की भूमि को ईश्वर की भूमि कहा जाता है। यहां के समुद्र तक और घनी हरियाली विश्व प्रसिद्ध है। केरल शत प्रतिशत शिक्षित और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत का अग्रणी राज्य गिना जाता है। भारत के एकीकरण में सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कुलपति ने कहा कि सरदार पटेल की दृढ़ इच्छा के कारण भारत को यह स्वरूप प्रदान मिला है। उनके अदम्य साहस और बलिदान प्रत्येक भारतवासी सदैव ऋणी रहेगा। राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर कुलपति ने सभी को सत्य निष्ठा एवं राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।
मुख्य अतिथि प्रो. राधाकृष्णन ने कहा कि अयोध्या और केरल का प्राचीन सांस्कृतिक संबंध है। केरल राज्य प्राचीन सांस्कृतिक राज्य है। यह प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध है। केरल राज्य में उत्पादित मसाले विश्व भर में प्रसिद्ध है। केरल को पर्यटन के रूप में काफी प्रसिद्ध प्राप्त है। भगवान राम के द्वारा निर्मित राम सेतु केरल के काफी निकट है। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभु श्रीराम जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंट कर किया गया। इस अवसर पर केरल के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति की गई और केरल की परंपरा एवं प्राचीनता के बारे में बताया। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीलम पाठक ने किया। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की छात्रा श्रजनिका मिश्रा एवं मीनाक्षी ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी पूर्णेन्दु शुक्ल, संकाय अध्यक्ष प्रो आशुतोष सिन्हा, प्रो सी के मिश्र प्रो शैलेंद्र कुमार वर्मा, प्रो हिमांशु शेखर सिंह, प्रो सिद्धार्थ शुक्ल, प्रो गंगाराम मिश्र प्रो शैलेंद्र कुमार, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।