कहा खाली खजाने को बेरोजगारों के पैसे से भरने का काम कर रही है योगी सरकार
अयोध्या। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में बेरोजगारी दर के आंकड़े बढे है नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस की रिपोर्ट साबित करती है 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर मोदी सरकार में बढ़ी है बेरोजगारी दर बढ़ना मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है इसके प्रमुख कारणों में से नोटबंदी और जीएसटी भी है । आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने कहा कि पिछले 4 साल में अमीर आदमी और अमीर हो गया गरीब आदमी और गरीब हो गया। पूंजी पतियों की बल्ले-बल्ले लेकिन आम आदमी, किसान, नौजवान बेहाल है । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सपने गरीबों को दिखाएं और पूरे अमीरों के किए।बरोजगारी 45 साल के सातवें आसमान पर सरकार सच्चाई छुपाने की कोशिश कर रही है । आप प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने कहा कि हर साल 2 करोड़ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के वादे को पूरा करने में विफल मोदी सरकार ने रोजगार देने के बजाय नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के कारण लाखों लोग बेरोजगार हो गए । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने अंतरिम बजट में भी बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई सुझाव या प्रस्ताव नहीं दिए हैं सरकार युवाओं को गुमराह व उनके साथ जुमलेबाजी कर रही है ।
आप प्रवक्ता सभाजीत सिह ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश के खाली खजाने को बेरोजगारों के पैसे से भरने का काम कर रही है उन्होंने कहा कि योगी सरकार को 2 वर्ष पूरे होने को हैं सरकार द्वारा जितनी भी भर्तियां निकाली गई एक भी आज तक पूरी नहीं हुई पर्चा लीक होने की वजह से या तो निरस्त हो गई या फिर सरकार की गलतियों की वजह से उच्च न्यायालय से रोक लग गई भर्तियों के नाम पर लाखों युवाओं ने आवेदन किया और सरकार के खजाने में अरबों रुपया जमा हुआ इसके बावजूद सरकार रोजगार देने की फर्जी दावे कर रही है ।
आप प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अपनी अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी संगठन व संविदा कर्मी आंदोलन कर रहे हैं सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है पूरे प्रदेश में एक लाख से अधिक शिक्षा प्रेरको का लगभग 2 साल का मानदेय बकाया है शिक्षा प्रेरकों का मानदेय भुगतान करने के बजाय सरकार ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया आज वह बेरोजगार हो गए अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहे हैं शिक्षामित्र पहले से ही आंदोलनरत है सरकार कर्मचारियों तक की बात नहीं सुन रही है ।