मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया शुभारम्भ
रूदौली। जल सरंक्षण एवं वर्षा जल संचयन अभियान की शुरुआत तमसा नदी के उद्गम स्थल मवई ब्लाक के बसौड़ी ग्राम पंचायत में शनिवार को मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र व जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने संयुक्त रूप से किया । तमसा उद्गम स्थल पर आयोजित गोष्ठी में बसौढी की ग्राम प्रधान जुगरा देवी की जगह उनके प्रतिनिधि शेर बहादुर के मौजूद होने पर मंडलायुक्त नाराज हो गए और कार्यक्रम में न आने का कारण पूछा जिस पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और ब्लाक के कर्मी बंगले झांकते नजर आए।फिर मंडलायुक्त ने कार्यक्रम में ग्राम प्रधान को बुलाने का सख्त निर्देश दिया ।जिसके बाद आनन फानन में लोगो को प्रधान जी के घर भेजा।वही कार्यक्रम का प्रचार प्रसार न होने के चलते जिले के बड़े अफसरों का कार्यक्रम होने के बावजूद भीड़ नही जुट पाई।यहां मंडलायुक्त व डीएम के आने की जानकारी स्थानीय अधिकारियों ने मीडिया को भी नही दी ।जिस पर बीडीओ मवई एस कृष्णा कोई माकूल जवाब नहीं दे पाए।मंडलायुक्त ने सख्त निर्देश दिया कि महिला प्रधानों को चैखट की दहलीज से बाहर निकलने दिया जाए ताकि ग्राम प्रधान होने का सम्मान उन्हें मिल सके।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि वर्षा ऋतु से पहले के बचे ये 20 दिन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।इन दिनों में हम ऐसे तमाम इंतजाम कर सकते है जिससे वर्षा जल का संचय किया जा सकता है और भूजलस्तर को ऊपर लाया जा सकता है।उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानों को भेजी गई पाती को भी पढ़ कर मौजूद लोगों को सुनाया।हालांकि प्रचार प्रसार के अभाव में गोष्ठी में ग्रामीणों की भीड़ नही जुट पाई।इस अवसर पर मंडलायुक्त ने कहाकि तमसा नदी में जो बांध बनाया गया है उसमें बीच बीच मे कैनाल बनाया जाए ताकि बाहर का पानी भी नदी में बहकर पहुच सके।इसके अलावा गांव की नालियों और नाबदान के मुहाने पर लोहे की छन्निदार जाली लगाकर पानी छनने के बाद तमसा में गिराए जाने का निर्देश ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शेर बहादुर को दिया।कहाकि पास में स्थित कल्याणी नदी से निकलने वाले नाले को 1 सप्ताह के अंदर साफ सुथरा करवाया जाए ताकि कल्याणी नदी का जल स्तर बढ़ने पर उसका जल भी तमसा नदी को मिल सके।बिहार के मुजफ्फरनगर की घटना पर दुख प्रकट करने के बाद कहाकि गंदगी की वजह से ये रोग फैल रहा है।यदि गंदगी के नुकसान और फायदों के बारे में जबतक हम नही सोचेंगे तब तक वो दिन दूर नही कि मुजफ्फरनगर जैसी घटना यहाँ भी न हो जाए ।इसलिए गाँव की नालियों और घूर गड्ढो को साफ रखें ताकि रोगों से बचाव किया जा सके।इससे पहले जिलाधिकारी अनुज झा ने भी गोष्ठी को संबोधित किया और वर्षा जल संचयन के लिए प्रत्येक गांव में कम से कम एक तालाब की ठीक ढंग से खुदाई कराने को कहा ताकि साल भर तालाब में पानी रुक सके।डीएफओ इसके अलावा उन्होंने सभी पंचायत सचिव को निदेश दिया कि प्रधानमंत्री की पाती को गांव में खुली बैठक करवा कर ग्रामीणों को सुनाया जाए।इसके अलावा मनरेगा आयुक्त नागेंद्र मोहनराम त्रिपाठी,अधीक्षण अभियंता सिचाई,डीडीओ हवलदार सिंह,डीएफओ डॉ रवि प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया।इससे पहले अफसरों ने तमसा नदी के बांध पर वृक्षारोपण किया। इस मौके पर ग्राम प्रधान मो काशिफ,उबेद अहमद,सुशील यादव,निर्मल शर्मा सहित ब्लाक कर्मी मौजूद रहे।