कड़ी सुरक्षा के बीच कर्बला में सुपुर्द – ए – लहद हुए ताजिए

अयोध्या। दो महीने आठ दिनों तक चलने वाले मोहर्रम के प्रमुख दस दिनों के अशरे के मौके पर मंगलवार को दसवीं मोहर्रम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कर्बला में ताजिए सुपुर्द ए लहद किए गए। शिया अजादरों ने अपने चहेते इमाम हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को आसुओं के नजरानों के साथ अलविदा किया। इमामबाड़ा, राठहवेली समेत अन्य इलाकों से ताजियों का जुलूस निकाला गया। शिया अजादर मातम करते हुए ताजियों और अलम का जुलूस लेकर सुबह से ही खुर्दमहल दरगाह कर्बला पहुंचने लगे थे। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला मंगलवार को देर शाम तक चलता रहा। या हुसैन अलविदा की मातमी सदाओं के साथ दिन भर जुलूस निकाल कर कर्बला पहुंचते रहे। वहीं सुन्नी अकीदतमंदों ने ताजियों का जुलूस अपनी परम्परा के अनुसार निकाला। इस अवसर पर भारी संख्या में अकीदतमंदों का हुजूम रहा। इससे पहले बुधवार की रात ऐतिहासिक मुशतरी के ताजिए का जुलूस राठहवेली से निकाला गया। जुलूस शहर में रात भर गश्त करता हुआ भोर में जवाहर अली खां इमामबाड़ा पहुंचा जहां शिया अजादरों ने कर्बला के शहीदों की याद में आग का मातम किया। जिले भर में हर तहसील क्षेत्र में ताजियों का जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गया। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सभी जगहों पर शांतिपूर्ण ढंग से मोहर्रम का दसवां सम्पन्न हुआ। इस दौरान शहर में पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर अरविंद चौरसिया के निर्देशन में थानों की पुलिस मुस्तैद रही। सुरक्षा के कड़े प्रबंध ताज़िया जुलूस के रास्तों पर किये गए थे।