-भीम टैंक भारत-पाकिस्तान युद्ध 1965 व 1971 मे इस्तेमाल किया गया था
अयोध्या। का.सु. साकेत महाविद्यालय मे वार ट्राफी टैंक T55 भीम पुंजनोपरांत स्थापित हुआ।T55 भीम टैंक मुख्य युद्धक टैंक है। स्थापित टैंक भारत-पाकिस्तान युद्ध 1965 और 1971 मे इस्तेमाल किया गया था। मुख्य भवन के ठीक सामने टैंक छात्र छात्राओं को न केवल भारतीय सेना मे योगदान और देश के लिए बलिदान को प्रेरित करेगा बल्कि उन जवानों के प्रति भी कृतज्ञता का भाव विकसित करेगा जो युद्ध के मैदान मे ऐसे टैंकों के अंदर प्रतिकूल परिस्थिति मे बैठकर देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं ताकि हम चैन से सो सकें।
वार मेमोरियल ट्रॉफी अपने परिसर मे स्थापित करने वाला उत्तर प्रदेश का दूसरा महाविद्यालय है। शिक्षको के एक वर्ग मे शिक्षा संस्थान मे तोप स्थापित कराये जाने के औचित्य और प्रासंगिकता पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं। इन सबके बीच छात्र- छात्राओं, आम जन मे तोप के साथ सेल्फी खिंचवाने की होड़ लगी हुई है।
T55 टैंक सोवियत रूस द्वारा निर्मित है। रक्षा मंत्रालय एवं सेना मुख्यालय से आवंटित एवं कैफ किरकी, पुणे महाराष्ट्र के संरक्षित अयुधागार से यह टैंक महाविद्यालय को हस्तगत कराया गया। महाविद्यालय में स्थापना के समय प्रो आशुतोष सिंह , प्रो अशोक मिश्र, प्रो ओम प्रकाश, प्रो भगवती धर दिवेद्वी, प्रो अखिलेश सिंह, प्रो सत्य प्रकाश गुप्त प्रो अंजनी कुमार सिंह प्रो आलोक सिंह, प्रो उमापति डा डी यन गुप्ता, नंद किशोर पाठक बरसर सहायक लेखाकार, अग्रहरी, चंद्र प्रकाश ज्ञान गुप्ता, इंजीनियर संजय श्रीवास्तव अनिल कुमार दुबे आदि लोग मौजूद रहे। प्रबंध तंत्र कर अध्यक्ष श्री दीप कृष्ण वर्मा एवं सचिव श्री आनंद कुमार सिंघल के साथ पूरी प्रबंध समिति प्राचार्य के इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई एवं सुभकमाना दी