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विधि विधान पूर्वक हुआ गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के बटुको का उपनयन संस्कार

अयोध्या। श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के नव प्रवेशसित बटूको का उपनयन संस्कार अयोध्या नगर स्थित विवेकसृष्टि रामघाट अयोध्या में पूरे विधि-विधान पूर्वक संपन्न हुआ उपनयन संस्कार के पूर्व आचार्य सदस्य तिवारी एवं आचार्य नीरज ओझा के नेतृत्व में गुरुकुल के 25 बटूको को दस विधि स्नान कराया गया भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गुरुकुल के अध्यक्ष आचार्य मनोज दीक्षित के यजमानत्त्व मैं आचार्यों ने गौरी गणेश, वरुण मंडल, ग्रह मंडल, सर्वतो भद्र मंडल, पूजन कर प्रारंभ हुआ तथा गायत्री पूजन, ब्रह्म सूत्र पूजन करने के पश्चात गुरु वशिष्ट सेवा न्यास केअध्यक्ष आचार्य मनोज दीक्षित, विवेक सृष्टि के अध्यक्ष योगाचार्य डॉ चैतन्य गुरुकुल के प्रबंधक का आदर्श सिंह “ऋषभ” निदेशक डॉ दिलीप सिंह कोषाध्यक्ष प्रोफेसर आरके सिंह, सुमधुर शास्त्री आचार्य दुखहरण नाथ मिश्र द्वारा यज्ञोपवित धारण कराया गया एवं दीक्षा ग्रहण संध्या वंदन, हवन भींक्षटन यज्ञ पूर्णाहुति के साथ लगभग 6 घंटे में उपनयन संस्कार की संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण कराई गई खचाखच भरे विवेक सृष्टि के विशाल कक्ष में बड़ी संख्या में उपस्थित अभिभावकों बच्चों की माताओं अयोध्या एवं फैजाबाद नगर के गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए आचार्य मनोज दीक्षित ने कहां कि गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ का तीसरा उपनयन संस्कार है और मेरा सौभाग्य है कि मैं इस में उपस्थित हूं उत्तरोत्तर प्रगति कर रहे गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के छात्रों एवं आचार्य को बधाई देते हुए आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि 3 वर्षों में गुरुकुल ने जिस प्रकार समाज जीवन की हर दिशा में अपनी पहचान बनाई है वह सराहनीय है आचार्य श्री ने सभी का आवाहन किया कि समाज पोषित गुरुकुल में आगे बढ़ कर सभी को सहयोग करना चाहिए जिससे देश के विभिन्न कोने से आए छात्रों गुरुकुल संस्कार जो विधा अनादिकाल से चली आई है उस को आगे बढ़ाया जा सके उन्होंने बताया की गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के बच्चे देश के विभिन्न कोने में ज्योतिष शास्त्र, न्याय शास्त्र, वैदिक गणित का अध्ययन करने के लिए भेजे गए हैं अयोध्या श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ में यजुर्वेद एवं अथर्ववेद सहित सामान्य विषय एवं कंप्यूटर की कक्षाएं चलाई जा रही हैं जिसमें लगभग 80 से अधिक छात्र अध्ययनरत है अभिभावकों का आवाहन करते हुए श्री दीक्षित ने कहां आपका बालक उत्तरोत्तर प्रगति करें इसके लिए माताओं को मोह का त्याग करना होगा 7 वर्ष के लिए आपने अपने पाल्यों को गुरुकुल पढ़ने के लिए भेजा है तो इन को पूर्ण रूप से शिक्षा ग्रहण करने का अवसर दीजिए कार्यक्रम में जहां बड़ी संख्या में देश के विभिन्न प्रांतों उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, राजस्थान मध्य प्रदेश दिल्ली से अध्ययन करने आए छात्रों के अभिभावक उनकी माताएं उपस्थित थे वही अयोध्या, फैजाबाद नगर के तमाम गणमान्य नागरिक भी उपनयन संस्कार के पूरे कार्यक्रम में उपस्थित रहे

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Written by Next Khabar Team

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