-मिल्कीपुर में प्रत्याशी चन्द्रभानु के लिए मुख्यमंत्री ने की जनसभा, सपा को सुनाई खरीखोटी
अयोध्या। मिल्कीपुर उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी चन्द्रभानु पासवान के समर्थन में रविवार को जनसभा कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निशाने पर समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया रहे। भदरसा कांड में सपा नेता मोईद खान और कन्नौज दुष्कर्म में सपा नेता नवाब सिंह यादव का जिक्र करते हुए सपा को प्यारा बताया। वहीं शनिवार को दलित युवती की लाश मिलने पर उसके साथ हुई दरिंदगी पर भी कहा कि जांच हो रही है। इसका भी आरोपी कोई सपाई ही निकलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव में एक तरफ एनडीए का राष्ट्रवादी प्रत्याशी है तो दूसरी तरफ सपा के परिवारवाद का नमूना है। विकास के मुद्दे पर सपा मुखिया को घेरते हुए सीएम योगी ने कहा कि सपा वाले केवल सैफई का विकास कराते थे। लेकिन हमारी सरकार में गोरखपुर व काशी से अधिक अयोध्या का विकास हुआ है। चुनावी जनसभा के मंच से आरोप लगाया कि मिल्कीपुर के सपा प्रत्याशी का नाम भू-माफिया, अनैतिक, अराजक गतिविधियों में आता है।
सपा विकास विरोधी है। इनकी दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। ये सैफई के बाहर नहीं सोच सकते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो परिवार के लिए काम करते हैं। वोट मांगने के लिए जाति का सहारा लेते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो अपने परिवार के भरण-पोषण करते हैं। सारे पद एक परिवार को दिए जाते हैं, इसलिए मिल्कीपुर का चुनाव भी राष्ट्रवाद और परिवारवाद का है। याद रखना, ये कितना भी गिड़गिड़ाए, लेकिन इनकी असलियत आपके सामने आएगी ही। सबकुछ सुधर सकता है, लेकिन व्यक्ति की प्रवृत्ति नहीं। एक पुरानी कहावत है- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती है। ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि इनका पेशा अपराध करना है। बेटी और व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है। याद रखना, ये कितना भी गिड़गिड़ाए, लेकिन इनकी असलियत आपके सामने आएगी ही। सबकुछ सुधर सकता है, लेकिन व्यक्ति की प्रवृत्ति नहीं। एक पुरानी कहावत है- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती है। ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि इनका पेशा अपराध करना है। बेटी और व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है
नौटंकी कर रहा है अयोध्या का सांसद
सभा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा भारत विरोधी तत्वों को गले लगाती है। विधानसभा उपचुनाव के दौरान इनके दरिंदे नेता ने मैनपुरी में दलित बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। अयोध्या में कल एक बेटी के साथ घटना हुई है, आज इनका सांसद नौटंकी कर रहा है। जांच होगी तो उसमें भी सपा का कोई दरिंदा शामिल जरूर होगा। बताते चलें कि रविवार पूर्वाह्न स्थानीय होटल में प्रेसकांफ्रेन्स कर अयोध्या की दलित बेटी के साथ हुई हैवानियत को बताने के दौरान सांसद अवधेश प्रसाद फफक फफक रोने लगे थे। और न्याय न दिला पाने पर लोकसभा से इस्तीफा देने की बात कह रहे थे। प्रेसकांफ्रेन्स की इस वीडियो को सोशलमीडिया पर जमकर वायरल किया जा रहा है। जिस पर मुख्यमंत्री की उक्त प्रतिक्रिया आई है।
अयोध्या के विकास से सपा को हो रही पीड़ा
मिल्कीपुर की जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि परसों (शुक्रवार) हेलीकॉप्टर से जा रहा था। अयोध्या धाम में हर तरफ श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दे रहा था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने फोरलेन सड़कें, रेलवे लाइन को डबल, स्टेशनों का सुदृढ़ीकरण, इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार नहीं किया होता तो प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु यहां नहीं आ पाते।
केंद्र व राज्य सरकार का पैसा और हमारे जनप्रतिनिधियों का प्रयास रहा तो अयोध्या का विकास व व्यवसाय बढ़ रहा है। जब भी हमने अयोध्या के विकास की कार्ययोजना को बढ़ाया तो सपा ने विरोध किया। सड़क चौड़ीकरण के दौरान 1700 करोड़़ से अधिक का मुआवजा दिया गया। राम मंदिर का शिलान्यास और राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए, तब भी सपा ने विरोध किया। एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि, रैन बसेरों का नाम निषादराज गुह्य के नाम पर किया गया, रसोई का नाम मां शबरी के नाम पर रखा गया, तब भी सपा को पीड़ा हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने यूपी में पीएसी की तीन महिला बटालियन (वीरांगना उदा देवी, झलकारी बाई, अवंती बाई लोधी) गठित की। सपा ने तब भी विरोध किया था। यह वही सपा है जो बहराइच में महाराज सुहेलदेव के विजय स्मारक का विरोध करती है। यह कहती है कि वहां गाजी का स्मारक होना चाहिए। सपा को गाजी व पाजी (बदमाश) प्यारे हैं। इन्हें बेटियों की इज्जत पर हाथ डालने वाला मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब सिंह यादव प्यारा है।
सपा गरीब, किसान, बेटी-बहन, व्यापारी, युवा के साथ नहीं, बल्कि माफिया, दुष्चरित्र व पेशेवर अपराधी के साथ खड़ी होती है। कोई घटना घटित होती है तो सपा का हाथ होता है या वह षडयंत्र में शामिल रहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हुई जनसभा में समाजवादी पार्टी को खूब धोया। बोले कि ’एक्स’ पर दो महीने से सपा अध्यक्ष के पोस्ट को देखिए। यह प्रयागराज महाकुम्भ का विरोध करते हुए आए हैं। अब तक 34 करोड़ श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी के संगम पर आस्था की डुबकी लगाई है। शनिवार को उप राष्ट्रपति, कई देशों के राजदूत-हाई कमिश्नर आए थे। पूरी दुनिया आकर अभिभूत है, लेकिन सपा को इससे पीड़ा हो रही है। जिससे सनातन धर्म का गौरव बढ़ता हो, भारतीयों का सीना चौड़ा होता हो, उससे सपा को पीड़ा होती है। सपा सनातन धर्म और सामाजिक न्याय के पुरोधाओं की विरोधी है।
सीएम ने कहा कि 2016 में सपा सरकार के समय 2.35 लाख पर्यटक अयोध्या आए थे। जबकि 2024 में यहां 16.11 करोड़ श्रद्धालु आए। विकास विरोधी सपा की दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। सत्ता में आने पर यह परिवार के लिए कार्य करते हैं और वोट मांगने के लिए जाति का सहारा लेते हैं। सीएम ने कहा कि मिल्कीपुर का चुनाव भी राष्ट्रवाद बनाम परिवारवाद का चुनाव बन गया है। एक तरफ एनडीए प्रत्याशी के रूप में चंद्रभानु पासवान राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं के साथ मैदान में हैं तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के परिवारवाद का नमूना है। जिसका नाम भूमाफिया, अनैतिक, अराजक गतिविधियों में आता है।
सीएम ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सब कुछ सुधर सकता है, लेकिन प्रवृत्ति नहीं। इनका पेशा अपराध, गुंडागर्दी, बेटी-व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है। समाजवादियों का नारा है, खाली प्लॉट हमारा है…, लेकिन 2017 में जब भाजपा सरकार आई और हमने एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया तो इसने गुंडों से 64 हजार एकड़ लैंड खाली कराई। यह परेशान हैं कि डबल इंजन सरकार ऐसे ही कार्य करेगी तो इनका धंधा चौपट हो जाएगा। धंधा चौपट होने से इनकी पार्टी भी चौपट हो जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या आकर विकास का मॉडल देखा जा सकता है। सरयू में स्टीमर भी चलकर सैर करा रही है। सपा को यह विकास अच्छा नहीं लग रहा है। सपा कहती थी कि अयोध्या का समाधान हुआ तो खून की नदियां बहेंगी, हमने कहा कि खून की नदियां बहाने वाले जहन्नुम में जा चुके हैं, धरती पर उनके लिए जगह नहीं है। अयोध्या की तर्ज पर मिल्कीपुर का समग्र विकास कराने के लिए चंद्रभानु पासवान यहां की आवश्यकता है।
चुनावी जनसभा में सीएम योगी ने विकास मुद्दे पर भी सपा की घेराबंदी की। कहा कि सपा वाले केवल सैफई का विकास कराते थे, लेकिन मैंने गोरखपुर और पीएम जी के आशीर्वाद से काशी में जितना विकास हुआ, उससे अधिक विकास अयोध्या में कराया गया। कोई भेदभाव नहीं हुआ। यह लोग कारसेवकों का रक्त बहाते थे। हम लोगों ने दीपोत्सव से यात्रा प्रारंभ की, आज यहां घर-घर में दीप जल रहे हैं। हमारी सरकार बिना भेदभाव विकास के लिए भरपूर मदद कर रही है।
जनसभा में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, मयंकेश्वर शरण सिंह, गिरीश चन्द्र यादव, मनोहर लाल कोरी, दयाशंकर मिश्र दयालु, सतीश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष डा धर्मेन्द्र सिंह, एमएलसी अवनीश पटेल, अवध क्षेत्र प्रभारी संजय राय, क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, इन्द्र प्रताप तिवारी खब्बू विधायक रामचन्दर यादव, अमित सिंह चौहान, रामू प्रियदर्शी, बाबा गोरखनाथ, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, विधायक धर्मराज निषाद, सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।