अयोध्या। शहर के लालबाग स्थित लक्ष्मी सागर मंदिर में 16 मई 2019 से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन हो रहा है। श्री लक्ष्मी सागर सेवा व संरक्षण समिति की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली कथा में इस बार अयोध्या के अशर्फी भवन के कथा व्यास श्री श्री 1008 जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री धराचार्य जी महाराज श्रद्धालुओं को कथा का रासपान कराएंगे। कथा 22 मई 2019 तक चलेगी और 23 मई को भंडारे के साथ कथा का समापन होगा। समिति के पदाधिकारियों के अनुसार कथा का समय प्रत्येक दिन शाम 6रू00 बजे से रात्रि 9रू30 बजे तक का होगा।
अयोध्या के हृदय स्थल में स्थापित श्री लक्ष्मी सरोवर एक पौराणिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल है। जिसका जीर्णोद्धार 1998 से ही जनमानस के सहयोग से तत्कालीन डीआईजी श्री आरएन सिंह जी के नेतृत्व में किया गया। इस प्राचीन धरोहर पर आज भी एडवर्ड विवेचनी संस्था के द्वारा अयोध्या फैजाबाद के कुंडों की गणना कराने पर 93 अंकित पत्थर आज भी विद्यमान है। सभी के सहयोग और कठिन परिश्रम के बाद सरोवर का पुराना स्वरूप पुनः स्थापित हो सका है। जन सहयोग द्वारा किनारे-किनारे दीवारें आंतरिक एवं बाह्य बनाई गई। जिससे मिट्टी का कटाव भी अब रुक चुका है। पश्चिमी एवं पूर्वी तटों के मध्य सरोवर में उतरने के लिए सीढ़ियां बनवाई गई है। और लगभग 20 फुट खुदाई के बाद पुरानी सीढियाँ भी मिली है। जो आज भी सरोवर में विद्यमान है। सरोवर के बीचो- बीच एक पक्का कुआं आज भी सरोवर की ऐतिहासिकता को बयां कर रहा है। समिति और समाज के प्रबुद्ध नागरिकों की मदद से केंद्र में प्रदेश सरकार के द्वारा भी दो बार इस के सुंदरीकरण के लिए धन आवंटित हो चुका है। जिसका कार्य कार्यदाई संस्थाओं ने पूरा कराया है। हालांकि अभी और भी संभावनाएं शेष है।
लक्ष्मी सागर मंदिर परिसर में श्रीमद्भागवत कथा 16 से
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