in

शगुन, दिव्या व रिया बनीं इमोशनली इंटेलीजेंन्ट स्टूडेंट

विनम्र मन है स्वस्थ मन, इमोशनल इंटेलीजेंस है आज की जरूरत : आलोक मनदर्शन

अयोध्या। मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति वही है जो दैनिक जीवन के मनोदबाओं से हताश न होते हुए अपनी क्षमता का श्रेष्ठ उपयोग करता है। साथ ही,प्रभावी व उत्पादकतापूर्ण कार्य करते हुए समुदाय हित में भी योगदान करता है। यह बातें डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान निदेशक प्रो रमापति मिश्रा ने मनोतनाव प्रबंधन कार्यशाला में कही।

कार्यशाला में जिला चिकित्सालय के मनोपरामर्शदाता डॉ आलोक मनदर्शन ने उन व्यक्तित्व विकारों पर परिचर्चा की जो कि आगे चलकर गम्भीर मनोरोग का कारण बनते है । किशोर व युवाओं में बढ़ती इमोशनल हेल्थ संशयों व मुद्दो पर खुल कर समाधान चर्चा हुई तथा परिवार के सहयोग पर विशेष जोर देते हुए फैमिली थेरेपी के सिद्धांत को बताया गया। परिवार रूपी चेन में भावनात्मक रूप से टूटा व्यक्ति परिवार की सबसे कमजोर कड़ी होती है ।अतः जरूरत इस बात की है परिवार की हर कड़ी को फिर से मजबूत किया जाय।

कार्यक्रम के अंत में इमोशनल समस्याओं के प्रति व्याप्त अज्ञानता, अंधविश्वास, छिपाने की प्रवृत्ति तथा भेदभाव को उपचार में गम्भीर बाधा के रूप में माना गया।कार्यशाला में इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स शिक्षक मौजूद रहे। डॉ मनदर्शन ने ऑब्जर्वेशनल मेथड द्वारा शगुन पाण्डेय, दिव्या सिंह के रिया द्विवेदी को इमोशनल इंटलीजेंस एम्बेसडर घोषित करते हुए बौद्धिक क्षमता के भावनात्मक बुद्धिमता पर जोर दिया। संचालन डॉ आर के सिंह तथा धन्यवाद डॉ अनूप श्रीवास्तव ने दिया।

इसे भी पढ़े  रामनगरी अयोध्या में लोढ़ा ग्रुप और किसानों में ठनी

What do you think?

Written by Next Khabar Team

ई-रिक्शा चालक की मौत को लेकर सपाईयों ने सौंपा ज्ञापन

श्रीराम व स्वामी विवेकानन्द की तरह नायक बने युवा : गिरीश पति त्रिपाठी