in ,

संत-महंतों ने देखी राम मंदिर निर्माण की प्रगति

-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का जताया आभार

अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मन्दिर का निर्माण कार्य तेजी चल रहा है। मंदिर निर्माण निर्माण की प्रगति को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से वीडियो व फुटेज जारी की जाती है ताकि आम जनमानस मंदिर निर्माण की प्रगति को देख सके। इसी बीच रविवार को रामनगरी के प्रमुख संत-महंतों ने जन्मभूमि परिसर पहुंच राम मंदिर निर्माण की प्रगति देखी। इस दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संतों-महंतों को मंदिर निर्माण के हर पहलुओं की विस्तार से जानकारी भी दी। राम मंदिर निर्माण की प्रगति देख संतों-महंतों ने संतोष व्यक्त करते हुए ट्रस्ट का भी आभार जताया है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रविवार को मंदिर निर्माण की प्रगति से रूबरू कराने के लिए राम मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी मठ मंदिरों के धर्माचार्यों को आमंत्रित किया गया था। इसी को लेकर अयोध्या मठ-मंदिरों के संत-महंतों ने परिसर पहुंच राम मंदिर निर्माण की प्रगति को देखा और उससे रूबरू भी हुए। इस दौरान संतों-महंतों ने मंदिर निर्माण की प्रगति को लेकर संतोष जताया है। राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा कि मंदिर निर्माण की प्रगति से मन आह्लादित हो गया। जगदगुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि मंदिर निर्माण बहुत ही अद्भुत तरीके से हो रहा है, 60 प्रतिशत से ज्यादा मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक मंदिर निर्माण का कार्य समय से पहले पूरा करने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। सभी स्तंभों को खड़ा कर दिया गया है अब इन पर बीम और छत को लगाए जाने का क्रम भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने आशा जताई है कि जनवरी 2024 में भगवान को विराजमान कराए जाने के लिए जो भी तैयारियां है। वह समय से पूरी हो जाएंगी। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि संत और धर्माचार्य ने राम मंदिर आंदोलन में तमाम तरीके के कार्यक्रमों में अपनी सहभागिता निभाई। राम मंदिर के लिए लगातार संघर्षरत रहे तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का यह कर्तव्य बनता है समय-समय पर राम मंदिर निर्माण की प्रगति का दर्शन संत समाज को कराएं।

इसे भी पढ़े  दोहरे हत्याकाण्ड में दोषसिद्ध दो अभियुक्तों को आजीवन कारावास

What do you think?

Written by Next Khabar Team

मानस संस्कार सम्मान से विभूषित किये गए डॉ उपेन्द्र मणि त्रिपाठी

एक नए सूरज के रूप में हो रहा विश्व गुरू भारत का उदय : डा. अनिल मिश्र