कुचेरा बाजार में शव रखकर तीन घंटे तक बन्द रहा अयोध्या-रायबरेली मार्ग
मिल्कीपुर-अयोध्या। इनायत नगर थाना क्षेत्र के अहिरौली सलोनी गांव से अपनी ससुराल इनायतनगर गए युवक का सड़ा गला हुआ शव ससुराल से चंद कदम दूरी स्थित झाड़ियों में मिलने के बाद नाराज ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम कराने के बाद युवक के शव को कुचेरा बाजार में रखकर रोड जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए युवक के ससुरारी जनों की तत्काल गिरफ्तारी किए जाने सहित इनायत नगर थाने में तैनात एसएसआई सहित एक ना एक दरोगा को तत्काल निलंबित किए जाने की मांग की लगभग 3 घंटे के कड़े मान मनौव्वल के बाद उग्र एवं आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए तब जाकर पुलिस की निगरानी में युवक के शव का अंतिम संस्कार कराया जा सका।
इनायतनगर थाना क्षेत्र के अमरोली सलोनी गांव निवासी मातादीन पासी का 30 वर्षीय बेटा सोहनलाल बीते 24 नवंबर को इनायत नगर ग्राम पंचायत के पूरे ठुन्नू स्थित अपनी ससुराल पत्नी की विदाई कराने के लिए निकला था लगभग 12 दिन बीत जाने के बाद भी वह अपने घर वापस नहीं लौटा था। जिसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू की थी। उधर उसकी पत्नी ने ग्राम प्रधान अहिरौली सलोनी के मोबाइल पर फोन कर बता दिया था कि उसके पति सोहनलाल अपने घर 3 दिन पूर्व जा चुके हैं। जिसके बाद युवक के माता पिता शिकायती प्रार्थना पत्र लेकर इनायत नगर थाने पहुंच गए थे और उन्होंने तहरीर देकर युवक के ससुराली जनों पर अपने बेटे को अगवा किए जाने सहित हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। युवक के पिता का आरोप है कि मेरी पत्नी सुखमता व मेरे साथ इनायत नगर थाने में तैनात एसआई उपेंद्र प्रताप सिंह एवं एक नायब दरोगा रणविजय प्रताप सिंह ने थाने में ही जमकर अभद्रता की थी और धमकाते हुए कहा था कि यदि तुम्हारा बेटा जीवित मिल गया तब तुम लोगों को जेल भेज दूंगा। काफी जद्दोजहद के बाद प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बीते 4 दिसंबर को मामले में युवक के पिता मातादीन की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। बीते 16 दिसंबर को दोपहर करीब 12 बजे युवक का सड़ा गला शव उसकी ससुराल से मात्र 200 मीटर दूरी स्थित झाड़ियों में मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी और युवक के घर कोहराम मच गया था। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने युवक का शव कब्जे में लेकर पंचायत नामा कराने के उपरांत पोस्टमार्टम को भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम कराने के उपरांत मंगलवार को प्रातः करीब 9 बजे ग्रामीण युवक का शव ट्रैक्टर ट्राली से लेकर कुचेरा बाजार पहुंच गए और फैजाबाद रायबरेली मार्ग को शाहगंज मोड़ के पास जाम कर दिया तथा सड़क पर एकत्र होकर इनायत नगर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों की जिद पर अड़ गए। उग्र व नाराज ग्रामीणों की मांग थी कि फरियाद लेकर थाने पहुंचे पीड़ित परिजनों से बदसलूकी करने वाले दोनों दरोगा को तत्काल निलंबित किया जाए तथा युवक की हत्या में संलिप्त उसकी पत्नी सहित ससुराल के किसी भी व्यक्ति को कतई बख्शा न जाए। युवक की हत्या के आरोपी ससुराली जनों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए तथा युवक सोहन लाल की पत्नी मीना व उसकी दोनों पुत्रियों को मृतक आश्रित से संबंधित कोई भी सहायता कतई नहीं दी जाए। नाराज ग्रामीणों द्वारा शव रखकर सड़क जाम किए जाने की जानकारी मिलते ही उप जिला अधिकारी अशोक कुमार शर्मा क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय एवं इनायत नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह भारी पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए मौके पर पहुंचे पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने नाराज ग्रामीणों को समझाने बुझाने का जमकर प्रयास किया किंतु ग्रामीण अपनी जीत पर अड़े रहे। ग्रामीणों ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी एसडीएम मिल्कीपुर को सौंपा। जिस पर क्षेत्राधिकारी आरके राय द्वारा बताया गया कि आरोपी दरोगा रणविजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। थाने के एसएसआई उपेंद्र प्रताप सिंह अवकाश पर हैं। जिन्हें वापस लौटते ही निलंबित कर दिया जाएगा।सीओ ने बताया कि युवक की हत्या में शामिल उसकी पत्नी सहित दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। आश्वासनों का पुलिंदा थमाए जाने के बाद नाराज और उग्र ग्रामीण थोड़ा पसीजे और वह वार्ता के लिए तैयार हुए। लगभग 3 घंटे की कड़ी मान मनौव्वल के बाद आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए और शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए अहरौली सलोनी गांव वापस लौटे।
मृतक युवक के पिता की हालत बिगड़ी
बेटे का शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किए जाने के दौरान युवक सोहनलाल के पिता मातादीन की हालत अचानक बिगड़ गई और वह पुलिस अधिकारियों के सामने वार्ता करते करते बेहोश हो गया जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आनन-फानन में बेहोश दलित मनीराम को कुचेरा बाजार स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है। धरना प्रदर्शन के दौरान युवक के पिता के व्यथित होकर बेहोश हो जाने के बाद आक्रोशित ग्रामीण और उग्र हो गए और सबने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।