सरोज हत्याकाण्ड का पुलिस ने किया खुलासा
गेहूं के खेत में मिला था सरोज का शव
अयोध्या। फोन टॉक से इनकार करना 23 वर्षीया सरोज उर्फ गुड़िया को महंगा साबित हुआ। फोन से बात न करने पर 19 वर्षीय सूरज ने आपा खो दिया और गेहूं के खेत में गला दबाकर सरोज को मौत के घाट उतार डाला। पुलिस ने सरोज हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए हत्या अभियुक्त सूरज को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता मे पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि 26 जनवरी को खण्डासा थाना क्षेत्र के ग्राम ढोली असकरन निवासी अगनू की 23 वर्षीय पुत्री सरोज कुमारी सांयकाल घर से निकली थी परन्तु वह रात में वापस घर नहीं लौटी 27 जनवरी को प्रातः लगभग 9 बजे माता प्रसाद के गेहूं के खेत में युवती का शव लोगों ने देखा और पहचाना खण्डासा थाना पुलिस के अलावां सरोज कुमारी उर्फ गुडिया के परिवारीजनों को भी लोगों ने सूचना दिया।
उन्होंने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर हत्याकाण्ड के खुलासा के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। मुखबिर की सटीक सूचना 30 जनवरी को पंजीकृत मुकदमा 30/19 आईपीसी की धारा 302 व 201में नामित अभियुक्त सूरज पुत्र रमेश कुमार निवासी ग्राम लखौरी थाना रौनाही को गिरफ्तार किया गया। कड़ी पूंछताछ के बांद सूरज ने बताया कि मै और सरोज कुमारी आपस में फोन पर बातचीत करते थे। सरोज कुछ दिनों से एवाइड करती थी। मना करने पर कही थी मेरी मर्जी मै चाहे जिससे बात करूं तुमसे क्या मतलब सूरज ने बताया कि इसी बात को लेकर 26 जनवरी को फोन करके सरोज को माता प्रसाद के खेत के पास बुलाया हम दोनों में बात हुई और कहासुनी बढ़ती गयी गुस्से में आकर दाहिने हाथ से उसका गला कसकर उसकी हत्या कर दिया और शव गेहूं के खेत में छिपाकर भाग गया। चूंकि सूरज के बांये हाथ में प्लास्टर बंधा था इसलिए उसने हत्या के लिए दाहिने हाथ का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि सरोज उर्फ गुड़िया का बाल विवाह हुआ था और अनपढ़ पति से वह कोई मतलब नहीं रखती थी। सरोज ने स्नातक तक की शिक्षा अर्जित किया था। सूरज जो सरोज का निकट सम्बंधी भी था सूरत गुजरात में रहकर नौकरी करता था। इस समय वह घर आया हुआ था। उन्होंने बताया कि सरोज की हत्या करने के जुर्म में सूरज को जेल भेजा जा रहा है। गिरफ्तार करने वाले पुलिस दल को एसएसपी ने 10 हजार रूपया इनाम देने की घोषण किया है। पत्रकार वार्ता में एसओ खण्डासा अवनीश कुमार चौहान भी मौजूद थे।