अयोध्या। राज राजेश्वरी हॉस्पिटल नियावा अंगूरी बाग के प्रबंधक राजेश कुमार बाजपेई के नेतृत्व में पार्किंसन डिजीज रोग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जागरूकता रैली का आयोजन किया गया यह रैली राजराजेश्वरी हॉस्पिटल से निकलकर रामपथ होते हुए राजराजेश्वरी हॉस्पिटल आकर समाप्त हुई। 11 अप्रैल को विश्व पार्किंसन दिवस के रूप में मनाया जाता है जन जन तक इस रोग के बारे में जानकारी देना और इसके उपचार हेतु जागरूक करना ही इस रैली का मुख्य उद्देश्य था।
राज राजेश्वरी हॉस्पिटल के डॉक्टर विनीत सिंह न्यूरोसर्जन गोल्ड मेडलिस्ट डॉ दिलीप कुमार झा की अगुवाई में जागरूकता रैली को सफल बनाया गया इस अवसर पर डॉ विभव नाथू, आदिल खान, देव मिश्रा, सुनील चौधरी, अमित कुमार सहित अस्पताल के समस्त समस्त कर्मचारी मौजूद रहे। डॉ विनीत सिंह ने बताया कि पार्किंसंस रोग एक तंत्रिका तंत्र विकार है जो मस्तिष्क के एक हिस्से को प्रभावित करता है जो गति को नियंत्रित करता है। इस रोग के कारण, मस्तिष्क में डोपामाइन नामक रसायन का स्तर कम हो जाता है, जिससे गति और संतुलन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
पार्किंसंस रोग के सामान्य लक्षणों में हाथों और पैरों में कंपन, गति में कमी, संतुलन और मुद्रा में समस्याएं, मांसपेशियों में जकड़न, चलने में कठिनाई शामिल है। पार्किंसंस रोग का इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और थेरेपी लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।
उपचार के विकल्पों में डोपामाइन प्रतिस्थापन थेरेपी,फिज़ियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी शामिल है। पार्किंसंस रोग के कारणों का अभी तक पूरी तरह से पता नहीं है, लेकिन माना जाता है कि यह जेनेटिक्स, पर्यावरण और उम्र के संयोजन के कारण होता है।