‘‘समावेशी विकास एवं डॉ. लोहिया के विचार’’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ समापन
फैजाबाद। डा. राम मनोहर लोहिया अवध विवि के अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग, डॉ. राममनोहर लोहिया आर्थिक नीति एवं विकास अध्ययन केन्द्र, दृश्य कला विभाग एवं लोकनीति में शासन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में समावेशी विकास एवं डॉ0 लोहिया के विचार विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं कार्यशाला गुरूवार को सम्पन्न हो गयी। समापन सत्र के मुख्य अतिथि भारतीय प्रेस काउन्सिंल नई दिल्ली के सदस्य जयशंकर गुप्ता रहे। उन्होने बताया कि डॉ. लोहिया के विचार आज भी प्रांसगिक है क्योंकि उन्होनें गरीबी असमान्ता बेरोजगारी एवं सीमान्त समूह के विकास की बात कही अवध वि0वि0 द्वारा उनसे सम्बन्धित अध्ययन केन्द्र की स्थापना बहुत ही प्रांसगिक है और इस क्षेत्र की आज की आवश्यकता है उन्होंने कहा की गॉधी जी के विचारों को लोहिया जी ने आगे बढाया था। लोहिया जी ने समाज में गरीब और अमीर के बीच जो खाई है उसे खत्म करने के लिए बहुत संघर्ष किया परन्तु वर्तमान में भी यह खाई समाप्त नहीं हुई है जिसे समाप्त करना समाज का सरकार का कर्तव्य है। वहीं अववि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कहा कि लोहिया के सांस्कृतिक समाजवाद को आगे बढाने की आवश्यकता है साथ ही लोहिया जी के विचारों को अध्ययन करने की सबसे अच्छा स्थान वही है जहॉ उनका जन्म हुआ है इसलिए लोहिया अध्ययन केन्द्र को स्थापित किया जा रहा है। सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में अलीगढ मुस्लिम वि0वि0 के प्रो0 अशोक मित्तल, आगरा वि0वि0 के डॉ0 सी0पी0राय, यू0पी0यू0इ0ए0 के महासचिव प्रो0 एस0के0 मिश्रा प्रो0 मृदुला मिश्रा आदि में अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। सगोष्ठी में प्रो0 राजीव गौड, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 अशोक शुक्ला, प्रो0 आर0के0 तिवारी, डॉ0 अनिल कुमार, डॉ0 विनय मिश्रा, खलिक अहमद, ओम प्रकाश सिंह, डॉ0 बी0 एन0 सिंह डॉ0 प्रदीप कुमार त्रिपाठी, डॉ0 सविता देवी, डॉ0 अल्का श्रीवास्तव, डॉ. पल्लवी सोनी, सरिता द्विवेदी, रीमा सिंह, डॉ. चन्द्र प्रकाश राय, अनुजेन्द्र तिवारी, डॉ. सुरेन्द्र मिश्रा, सुशील कुमार पाण्डेय, आनन्द गुप्ता, शिव ओम सिंह यादव एवं भारी संख्या में आचार्य- प्राचार्य गैर शैक्षणिक एवं छात्र-छात्राओं मौजूद रहे।