फैजाबाद। उत्तर प्रदेश सरदार पटेल बौद्धिक विचार मंच के महामंत्री जगदीश शरण गंगवार, पूर्व उप महाप्रबन्धक, कृभको ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत जनसंख्या कुर्मी समाज की है और पिछले लोकसभा एवं विधान सभा चुनाव में 90 प्रतिशत लोगों ने सत्ता में आसीन भाजपा के पक्ष में वोट किया था और अच्छी संख्या में समाज के जनप्रतिनिधि जीत कर आये। लेकिन 12 प्रतिशत जनसंख्या होते हुए भी कुर्मी समाज के जनप्रतिनिधियों को सरकार में समुचित प्रतिनिधत्व नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से कुर्मी विरादरी का कोई भी मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल नहीं बनाया गया, केन्द्र सरकार में उ0प्र0 से समाज का कोई कैबिनेट मंत्री आज तक नहीं बनाया गया। उ0प्र0 में भाजपा के तीस विधायक होते हुए भी केवल दो को ही मंत्री बनाया गया है जब कि संख्या बल के आधार पर 5 मंत्री होने चाहिए थे। यहाँ यह बताना आवश्यक है कि बसपा सरकार में हमारे समाज के 9 मंत्री थे, सपा सरकार में 7 मंत्री थे एवं कल्याण सिंह एवं राम प्रकाश गुप्ता की सरकार में भी हमारे 4-4 मंत्री रहे है। जबकि अन्य समाजों की जनसंख्या कुर्मी विरादरी से कम होते हुए भी उनके कई-कई मुख्य मंत्री एवं राज्यपाल रह चुके हैै। उत्तर प्रदेश में लगभग 25 विश्वविद्यालय है लेकिन हमारे समाज का कोई भी कुलपति इस समय नहीं है। इसी तरह से जिन शहरों/जिलो में कुर्मी विरादरी की अच्छी जनसंख्या है वहाँ मेयर/जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रतिनिधित्व भी कुर्मी विरादरी को मिलना चाहिए था।
उन्होंने बताया कि अगर संख्याबल के अनुपात में यदि समाज को सत्ता या राज्य के विभिन्न आयोगों/निगमों में समुचित भागीदारी नहीं मिली तो आगामी लोकसभा चुनाव में समाज को अन्य सियासी विकल्प तलाशने के लिए जागरुक किया जायेगा। पटेल प्रगति समिति के तत्वाधान में आगामी 04 नवम्बर, को ‘सरदार पटेल भवन’ पर पटेल जयन्ती समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समाज के लोग अखण्ड भारत के निर्माता लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धासुमन अर्पित कर समारोह मंे बढ़चढ़ कर भाग लेकर अखण्ड एकता का परिचय देने की अपील समिति अध्यक्ष पी.एन.वर्मा ने की। इस दौरान प्रो. एम.आर. वर्मा रवीन्द्र कुमार वर्मा, मिश्रीलाल वर्मा, डाॅ.अवधेश वर्मा, वी.एल. वर्मा, राम बचन वर्मा, सन्तराम वर्मा, धर्मेन्द्र वर्मा, डा. माता प्रसाद वर्मा, त्रिलोकी वर्मा, हीरा लाल वर्मा आदि लोग मौजूद रहे।
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