–पीडब्लूआई की तहरीर पर आरपीएफ थाना में दर्ज हुआ चोरी का मुकदमा
अयोध्या। जनपद में बड़े रेल हादसे की साजिश का मामला सामने आया है। रेल पुल के तीन हुक और तीन बोल्ट खोल दिए गए। स्लीपर और पटरी को पुल से जोड़कर रखने में यह बोल्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं। रेलवे के पेट्रोलिंग टीम की नजर इस पर पड़ी। आनन-फानन में सूचना उच्चाधिकारियों को दी गयी। इस सूचना पर रेलवे अधिकारी सकते में आ गये।
तत्काल प्रभाव से दूसरी टीम भेजकर नये हुक व बोल्ट लगवाए गये और फिर पूरे ट्रैक की चेकिंग कर ढीले बोल्ट को कसवाया भी गया। इस दौरान आरपीएफ व सिविल पुलिस ने मामले की संयुक्त जांच की और प्राथमिक रिपोर्ट डीआरएम कार्यालय को भेज दी। इसके पहले सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) प्रदीप मिश्र के निर्देश पर रेल पथ निरीक्षक (पीडब्लूआई) एल बराइक ने इस कृत्य को लेकर रेलवे सुरक्षा बल के थाना अयोध्या कैंट एवं कोतवाली अयोध्या में तहरीर दी। आरपीएफ ने बोल्ट चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर मिश्र ने इसके पीछे षड़यंत्र की आशंका से इनकार नहीं किया। एसएसई के अनुसार बोल्ट को कोई आसानी से नहीं खोल सकता है। ऐसी स्थिति में इस घटना को सामान्य चोरी नहीं माना जा सकता है। यदि दो-तीन बोल्ट और लापता हो जाते तो बड़ा हादसा संभावित था। रात्रि 2.30 बजे के करीब ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस, उसके बाद साबरमती व मरुधर एक्सप्रेस इसी पुल से होकर गुजरी थीं। कोतवाली अयोध्या के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र पांडेय ने बताया कि अधिकार क्षेत्र रेलवे सुरक्षा बल का होने की वजह से इस प्रकरण में आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज किया है।
आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि वह लखनऊ कोर्ट आए हैं लेकिन प्राथमिक जांच रिपोर्ट डीआरएम कार्यालय भेज दी गयी है। उन्होंने बताया कि चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच के बाद ही वास्तविकता से पर्दा उठ सकेगा।