-पक्षी विहार पर्यटक स्थल बना शिकारियों का अड्डा संबधित विभाग बना मूक दर्शक
सोहावल। रौनाही थाना क्षेत्र की समदा झील में तमाम कोशिश के बाद लाखों रूपये की मछली का शिकार बंद होने का नाम नहीं ले रहा है।बीते तीन माह में वन विभाग ने दो बार पक्षी विहार समदा झील की मछलियों और पक्षियों के शिकारियों से बचाने के लिए चार चार गार्ड तैनात किया।लेकिन शिकारियों की दबगई और राजनैतिक संरक्षण मिलने के कारण शराब के नशे में लगभग दो दर्जन से अधिक शिकारी बड़ी बड़ी मछलियों का चोरी से रात के अंधेरे मे शिकार कर लाखों रूपये की कमाई कर रहे है।
स्थानीय संबधित प्रशासन आरोपियों को राजनैतिक संरक्षण मिलने से मूक दर्शक बना हुआ है।स्थानीय कोला गांव निवासियों का आरोप है कि रात के तीन बजते ही शराब के नशे में धुत करीब दर्जनभर लोग झील पर हुड़दंग मचाकर जाल डालते है।बड़ी बड़ी मछलियों को खपची से मार कर वाहन में भरकर ले जाते है।ग्रामीणों के विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी देते हैं।भय वश कोई किनारे नही जाता।संबधित विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने पर दो दो बार सुरक्षा को लेकर चार चार गार्ड की तैनाती भी की गयी।लेकिन शिकारियों के आतंक से सभी गायब हो गये।
शोसल मीडिया में जारी फोटो में मोइया निवासी राम प्रसाद निषाद शिव प्रसाद पुत्रगण श्याम लाल,राम मिलन निषाद भिखारीपुर निवासी नजरू पुत्र राम जगत धर्मेंद्र पुत्र भगेलू सुधीर कुमार पुत्र अशोक कुमार विजय पुत्र राम मूरत कादर खान पुत्र नंद लाल रजनीश पुत्र राम गोपाल राजेश उर्फ लल्लू पुत्र राज करन का नाम सामने आया।लेकिन वन एवं पुलिस विभाग सत्ता पक्ष का संरक्षण होने के कारण कोई कार्यवाही करने से गुरेज करता है।पयर्टन स्थल पक्षी विहार मछली एवं देश विदेश से आई पक्षियों के शिकार करने का स्थल बन कर रह गया हैं।