एफपीओ बनाकर कृषक अपने उत्पाद का उचित मूल्य करे प्राप्त
अयोध्या। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ)के गढन के बिना के बिना कृषि का कार्य आने वाले समय मे सम्भाव नहीं होगा । एफपीओ एक बडा कृषक समूह होता हैं।एफपीओ बनाकर कृषक अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। एफपीओ मे तीन सौ कृषक से कम होने पर उसे पूर्ण एफपीओ नहीं माना जायेगा और न ही उन्हें किसी प्रकार का लाभ मिलेगा ।
यह बाते गुरूवार को गाँधी सभागार मे लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित कृषक उत्पादक संगठनों के विकास पर कार्यशाला मे मुख्य अतिथि सयुक्त कृषि निदेशक ओमेन्द्र पाल सिह ने कहीं । कार्यशाला मे उप कृषि निदेशक डा.संजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कृषि विभाग द्वारा फार्म मशीनरी बैंक का लाभ एफपीओ को मिलेगा । उन्होने कृषि विभाग की तरफ से कृषि यन्त्र, बीज पर दिये जा रहे अनुदान के बारे मे विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला मे भूमि सरंक्षण अधिकरी डा.सुभाष चन्द्र वर्मा ने एफपीओ के गठन ,क्षमता निर्माण व विभागो से प्राप्त होने वाले लाभ के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एफपीओ की बैठक हर त्रैमासिक व वार्षिक होना अनिवार्य हैं। बैठक के बारे मे सभी सदस्यों को जानकारी होना जरूरी हैं। कार्यशाला मे जिला कृषि अधिकारी डा.ओ. पी. मिश्रा ने कहा एफपीओ गठन का मुख्य उपदेश किसानो को लाभ पहुचाना हैं।उन्होने किसानो को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, खाद,कीटनाशक व कृषि तकनीकी की जानकारी दी।
कार्यशाला मे आये एफपीओ के प्रतिनिधियों को उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह,लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, एसोसिएशन के सहायक अधिकारी प्रवीण कुमार दिवेदी ,सहायक लेख प्रबन्धक पीके दुबे,एसोसिएशन के निदेशक व एग्री टेक्नोलॉजी डा.अजय प्रताप सिंह चौहान व फसल अनुसंधान केन्द्र मसौधा के बरिष्ठ वैज्ञानिक डा.विन्देश्वरी प्रसाद,डा.पंकज सिंह, डा.विनय कुमार चौरसिया ने एफपीओ के बारे मे विस्तार से जानकारी दी ।