कहा लेखपालों के पास संसाधनों की कमी
फैजाबाद। योगी सरकार की कड़ाई के बावजूद भी लेखपाल संघ का धरना अनवरत जारी है , यह धरना पहले सदर तहसील के परिसर में हो रहा था जो अब तहसील के बाहर तिकोनिया पार्क में शिफ्ट हो गया है। सरकार के एस्मा लागू करने के चेतवानी के बावजूद भी लेखपाल सरकार के सामने झुकने को तैयार नहीं है. लेखपालों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक धरना अनवरत जारी रहेगा। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष अमर नाथ पाण्डेय ने कहा कि संवर्ग की आधा दर्जन से अधिक मांगें शासन के पास लम्बित हैं। वार्ता होने के बावजूद शासनादेश जारी नही किए गए। मजबूर होकर दोबारा हमे आन्दोलन के लिए बाध्या होना पड़ा है. उन्हाने मांगों के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि लेखपालों के वेतन विसंगतियों, गे्रड पे, मोटर साइकिल भत्ता, स्टेशनरी भत्ता,खतौनी, नक्शा व अन्य अभिलेखों को तैयार करने के लिए लेखपालों को लैपटाप दिया जाना चाहिए। राजस्व निरीक्षक के पदों पर शत प्रतिशत प्रोन्नति से भरा जाना चाहिए. इसी प्रकार कई अन्य मांगें हैं जो शासन में लम्बित हैं .अपनी मांगों को लेकर संगठन इससे पहले भी कई बार आन्दोलन कर चुका है
लेखपालों की मांग है कि उनका वेतन बढ़ाया जाए,पेंशन विसंगतियों को दूर किया जाए और जो नए लेखपाल भर्ती हुए हैं उनकी पेंशन का भी प्रावधान किया जाए। लेखपालों ने कहा कि फील्ड में काम करने के लिए उनके पास संसाधन नहीं है जब कोई अतिक्रमण हटाने के लिए जाते हैं तो उनके पास अतिक्रमण हटाने के लिए संसाधन चाहिए. लेखपालों की मांग है कि उनको एक जेयीबी मशीन मुहैया कराई जाए .सोमवार को हुए धरने में महिला लेखपाल भी शामिल हुई और उन्होंने संगठन के सदस्यों के सुर में सुर मिलाते हुए महिला लेखपालों ने भी कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती वो काम पर नहीं लौटेंगी । धरने में जिलाध्यक्ष अमर नाथ पाण्डेय, जिला मंत्री जय नारायण तिवारी,बद्रीनाथ उपाध्याय, पूजा वर्मा, सुशील कुमार, सर्वा कुमार सिंह, अजय सिंह,वीरेन्द्र सिंह, ललित कुमार, हरीराम मौर्य, गोमती पाण्डेय, अब्दुल हक अंसारी, राम बहादुर मिश्रा, नन्द लाल वर्मा, गंगा राम पाण्डेय व अन्य लेखपाल मौजूद रहे।