-नौका विहार कराने वाले निषाद समाज से मिलकर विधायक ने किया उन्हें आश्वस्त
अयोध्या। नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने सर्किट हाउस में सैकड़ो नौका विहार कराने वाले निषाद समुदाय के लोगों से मुलाकात की। उनके द्वारा सरयू नदी की धारा में नौका संचालन पर प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की जानकारी प्राप्त की गई। विधायक अयोध्या ने बताया कि गत दिनों एक दुर्घटना घट जाने से और सरयू नदी का जलस्तर काफी बढ़ा होने की वजह से प्रशासन के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से सरयू नदी में नौका संचालन पर रोक लगा दी गई।
परंतु यह जो सैकड़ो निषाद समाज के लोग यहां पर मौजूद है इनका नौका संचालन का व्यवसाय ही इनके जीवोंपार्जन का रास्ता है काफी परिवार भुखमरी की कगार पर आ गए हैं, इसलिए मैं इस मुद्दे को प्राथमिकता पर रखते हुए जिलाधिकारी से मुलाकात करूंगा। और आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि मैं दो से तीन दिन में पुनः नौकाओं का संचालन शुरू करवा दूंगा।
साथ ही साथ यह सुनिश्चित भी करूंगा कि मानक के अनुसार नौका विहार कराया जाए व जितने लोगों का लाइफ़ जैकेट और जीवन रक्षक उपकरणों के साथ बैठने का मानक है उसका भी पूरा पालन किया जाए।वहां पर मौजूद निषाद समाज के लोगों ने नगर विधायक गुप्ता को अपनी समस्या के निराकरण के लिए आभार प्रकट किया।
सरयू नदी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत नाव संचालन पर अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी रोक : डीएम
अयोध्या। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने बताया कि जुलाई माह में सरयू नदी में कई श्रद्धालुओं के डूबने की घटना के कारण जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत नाव संचालन पर 3 अगस्त 2024 से रोक लगा दी गई थी। नाव संचालन पर रोक लगाने का निर्णय नया घाट अयोध्या पर रेजिडेंट मजिस्ट्रेट एवं जल पुलिस की उपस्थिति में समस्त नाविकों से चर्चा करने के उपरांत सर्व सहमति से लिया गया था।
साथ ही प्रतिवर्ष प्रांतीय कृत मेलों में अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन एवं उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत पूर्व के वर्षों में भी मेलों के समय नाव संचालन पर रोक लगाई जाती रही है। 19 अगस्त 2024 को श्रावण झूला मेला के समाप्त होने के बाद भी सरयू नदी का जलस्तर वर्तमान में 37 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिसके कारण किसी अप्रिय घटना को रोकने एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत नाव संचालन पर अभी भी रोक लगाई गई है। जैसे ही सरयू नदी का जलस्तर सामान्य होगा पुनः नाव संचालन हेतु अनुमति दी जाएगी।