-मुख्यमंत्री ने श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य के प्रगति की ली जानकारी, अयोध्या में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या आने वाले दिनों में विश्व की सुंदरतम नगरी के रूप में हो स्थापित हो, यही प्रधानमंत्री की इच्छा है, उसी के अनुरूप प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर पंच कोसी परिक्रमा, चौदह कोसी परिक्रमा और 84 कोसी परिक्रमा का निर्माण कार्य कराया जाएगा। संतों और श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं को देखते हुए कई योजनाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार सुबह अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। इसके बाद सीएम ने रामलला के दर्शन, आरती और परिक्रमा की।
सीएम ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति भी जानी। इसके बाद टेढ़ी बाजार के पार्किंग और व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने पूर्वी व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स में लोअर ग्राउंड की दुकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने रेलवे क्रासिंग 111बी के एप्रोच रोड को लेकर सवाल किया, कहा, ’’जाम तो नहीं लगेगा।’’ एडीए के वीसी विशाल सिंह ने बताया कि चौराहा बड़ा बनाने की योजना पहले बना ली गई है। इससे पहले सीएम मणिराम दास छावनी पहुंचे, जहां राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मुलाकात की।
बता दें नृत्य गोपालदास लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। सीएम का साल 2023 में अयोध्या में पहला दौरा है। इससे पहले 27 नवंबर 2022 को यहां आए थे। रामलला के दर्शन करने के बाद सीएम रामजन्म भूमि परिसर से पैदल ही जन्मभूमि पथ पहुंचे। जहां जन्मभूमि पथ पर लगाए गए मार्ग के डिस्प्ले का जायजा लिया। इसके बाद अधिकारियों से लगाए जा रहे पत्थरों की गुणवत्ता और आपूर्ति के बारे में जानकारी ली। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने 18 मार्च को काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई थी। आज अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए।
रामलला दर्शन के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने सीएम योगी को स्मृति चिह्न दिया।सीएम योगी ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति जानी। यहां चंपत राय ने सीएम को निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने निर्माण में लगे मजदूरों से भी हालचाल पूछा। सीएम ने अधिकारियों से वर्तमान समय में चल रहे कार्य की प्रगति भी जानी। गौरतलब है कि मंदिर का 70 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया है। निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।