in

गुरुकुल विद्यापीठ में कला वीथिका का हुआ शुभारंभ

– गुरुकुल में पढ़ाई जाने वाली 64 विद्याओं में ललित कला का अपना स्थान : डॉ. दिलीप सिंह

अयोध्या। गुरु वशिष्ट गुरु विद्यापीठ में प्रारंभ हुई कला वीथिका की कक्षाएं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ उद्घाटन अयोध्या 12 अगस्त नगर के वरिष्ठ समाजसेवी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता जाने-माने वकील स्व. समर बहादुर सिंह की स्मृति में उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पारिवारिक सदस्यों के सौजन्य से श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ में कला वीथिका का शुभारंभ गुरुकुल के कोश प्रमुख एवं डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पुस्तकालय विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आरके सिंह द्वारा ओम स्वास्तिक की पेंटिंग बनाकर किया गया।

उक्त कार्यक्रम स्वर्गीय समरबहादुर सिंह की बड़ी बेटी डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट विभाग की अतिथि प्रवक्ता सरिता सिंह के सौजन्य से आयोजित किया गया था अपने उद्बोधन में डॉक्टर सरिता सिंह ने कहा कि मेरे पिता के जीवन का उद्देश्य और एकमात्र मूल मंत्र सेवा जीवन का सर्वोत्तम प्रयास के भाव को जीवंत करते हुए गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ में कला वीथिका कक्षा का शुभारंभ किया गया है गुरुकुल के विद्यार्थियों को ललित कला से जोड़ते हुए तथा उनके भावों को अभिव्यक्ति करने के लिए कला के माध्यम को प्रयोग में लाते हुए एक नई विधा उनको सिखाने का प्रयास किया जाएगा, कक्षाओं का शुभारंभ गुरुकुल के विद्यार्थियों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ, गुरुकुल के निदेशक डॉ दिलीप सिंह ने बताया की गुरुकुल में पढ़ाई जाने वाली 64 विद्याओं में ललित कला का अपना स्थान है, गुरुकुल में आधुनिक विषय सहित ज्योतिष शास्त्र न्याय शास्त्र, यजुर्वेद, अथर्ववेद, संस्कृत, कंप्यूटर की कक्षाओं का विधिवत संचालन हो रहा है, कला वीथिका के सहयोग के लिए राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग का सहयोग सराहनीय है,

गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के संस्थापक संरक्षक श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास संस्थापक अध्यक्ष पूर्व कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने उक्त कक्षाओं के संचालन के लिए ललित कला के अतिथि प्रवक्ता सरिता सिंह की सराहना की और कहा कि पिता के पद चिन्हों पर बेटियों का चलना समाज को नई दिशा देगा, इस अवसर पर गुरुकुल के प्रबंधक आदर्श सिंह ऋषभ, निदेशक डॉ दिलीप सिंह, स्वर्गीय समर बहादुर सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती उषा सिंह, इंजीनियर रोहित कुमार, विशाल सिंह, श्रीमती पूजा, निधि सिंह, रुचि सिंह, सौम्या सिंह, निहारिका सिंह, और आर्याही सिंह, सहित सहित स्वर्गीय सिंह के पारिवारिक सदस्य एवं शुभचिंतक गुरुकुल परिवार से जुड़े सदस्य उपस्थित थे

इसे भी पढ़े  रामपथ निर्माण में ध्वस्त हुए प्राचीन शिव हनुमान मंदिर की पुनर्स्थापना की मांग ने पकड़ी तेजी

What do you think?

Written by Next Khabar Team

भाजपा सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों का छीना अधिकार व सम्मान : अनूप सिंह

सरकार टीबी उन्मूलन हेतु प्रतिबद्ध, जनांदोलन की आवश्यकता : जय प्रताप सिंह