-आन्दोलन की ही देन आज पूरे विश्व में ही श्रमिकों के लिए कार्य के घण्टे 08 व सप्ताह में 01 दिवस का अवकाश मिला
अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस 01 मई के अवसर पर जिला पंचायत सभाकक्ष में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में वृहद जन जागरूकता कार्यक्रम व गोष्ठी आयोजित की गयी, जिसमें लगभग 200 से अधिक असंगठित क्षेत्र के श्रमिक उपस्थित रहे। उक्त गोष्ठी का संचालन सहायक श्रमायुक्त एन० के० चौधरी द्वारा किया गया। उपस्थित श्रमिकों एवं श्रमिक प्रतिनिधियों द्वारा तथा मंचासीन अधिकारियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर अपने-अपने विचार एवं मंतब्य प्रस्तुत किए गए।
गोष्ठी का संचालन करते हुए सहायक श्रमायुक्त द्वारा बताया गया कि 01 मई की कहानी मजदूरों से 15-15 घण्टे कार्य लिया जाता था, जिससे परेशान होकर मजदूर सड़कों पर उतर आए और उनके द्वारा मांग की जाने लगी कि कार्य के घण्टे 08 किए जाए एवं सप्ताह में 01 दिवस का अवकाश भी दिया जाय। सन् 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में श्रमिकों के इस मांग को लेकर आंदोलन हुआ, जिसमें पुलिस प्रशासन और श्रमिकों के बीच झड़प हुई। उस आंदोलन में पुलिसकर्मी सहित अनेकों श्रमिकों की जानें चली गयी। भारत वर्ष में पहली बार मजदूर दिवस 1923 में मनाया गया।
उस आन्दोलन की ही देन है कि आज पूरे विश्व में ही श्रमिकों के लिए कार्य के घण्टे 08 और सप्ताह में 01 दिवस का अवकाश मिला। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि किसी देश की तरक्की उस देश के कामगारों और किसानों पर निर्भर करती है। यह भी बताया गया है कि श्रमिकों के लिए भारत सरकार एवं उ०प्र० सरकार द्वारा विभिन्न हितकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। साथ ही साथ सरकार द्वारा श्रमिकों के हितार्थ अनेकों श्रमिक विधियों भी बनाई गई है, जो उनके अधिकारों के लिए है।
उपश्रमायुक्त घनश्याम सिंह द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस की शुरुआत आन्दोलन एवं सफलता के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसके अन्तर्गत विशेषकर मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, निर्माण कामगार मृत्यु एवं दिव्यांगता सहायता योजना, संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना, महात्मा गांधी पेंशन योजना, गंभीर बीमारी पेंशन योजना एवं अटल आवासीय विद्यालय योजना से निर्माण श्रमिकों को आच्छादित करते हुए हितलाभ दिलाया जा रहा है।
यह भी बताया गया कि श्रमिकों के हितार्थ भारत सरकार द्वारा ई-श्रम (एक्स-ग्रेशिया), प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना एवं नेशनल पेंशन योजना के तहत भी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीयन करते हुए हितलाभ प्रदान किया जा रहा है। उपश्रमायुक्त द्वारा बाल श्रम, बन्धुआ श्रम, न्यूनतम मजदूरी, वेतन भुगतान अधिनियम एवं समान पारिश्रमिक अधिनियम पर विस्तृत जानकारी दी गयी।
गैर सरकारी संगठन अपराजिता की जनपद प्रभारी कविता मिश्रा द्वारा भी गोष्ठी में उपस्थित श्रमिकों को श्रमिक विधियों एवं योजनाओं की व्यापक जानकारी देते हुए उनके हितों के लिए अधिक से अधिक श्रम विभाग में बी०ओ०सी०, ई श्रम कार्ड एवं पंजीयन हेतु प्रेरित एवं बाल श्रमिकों के नियोजन पर विरोध करते हुए अपील किया गया कि बाल एवं किशोर श्रमिकों से कार्य नहीं कराया जाय। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 01 मई पर श्रमिक विधियों एवं योजनाओं पर चर्चा की गयी। बताया गया कि किस प्रकार उन्नीसवीं सदी में श्रमिकों द्वारा कार्य के घण्टे 08 एवं साप्ताहिक अवकाश हेतु संघर्ष किया गया। कोई देश अछूता नही था। अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन एवं अन्य साम्यवादी देशों में श्रमिक आंदोलन के फलस्वरूप 01 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जा रहा है। फॉस, जर्मनी, रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण सहित 80 से अधिक देशों में 01 मई को अवकाश होता है।
01 मई के अवसर में भारत में नियोक्ता स्वेच्छा से अपने श्रमिकों/कार्मिकों को सवेतन अवकाश दे सकते है। महोदय द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के बच्चों के हितार्थ एक महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत अटल आवासीय विद्यालय का भी मण्डल स्तर पर जनपद के अमराईगाँव में संचालित किया गया है, जबकि नवोदय विद्यालय के तर्ज पर संचालित है, जिसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिक के कक्षा-06 से 12 तक के बच्चे अध्ययनरत है। जहां पर शिक्षा, आवास, खाना पीना एवं अन्य सुविधाएं शत प्रतिशत निशुल्क है। बी०ओ०सी० बोर्ड अयोध्या में 1,97,000 निर्माण श्रमिक, ई-श्रम में 11,26,000, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन में 8174 एवं एन०पी०एस० (ट्रेडर्स) में 157 असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीयन हुआ हैं। विभाग द्वारा एक्स ग्रेशिया के अन्तर्गत कुल 04 श्रमिकों को जिलाधिकारी द्वारा 02-02.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
बताया गया कि श्रम विभाग अयोध्या द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर कन्या विवाह सहायता योजना एवं मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना में कुल 193 पात्र निर्माण श्रमिकों के बैंक खाते में कुल रू0 87,31,000/- के हितलाभ की धनराशि अंतरित की कुल गयी है। जीरो पावर्टी पर भी श्रमिकों से अपील करते हुए विभाग को निर्देशित किया गया कि ब्लाकवार प्राप्त कुल 13. 030 का पंजीकरण कराते हुए विभागीय योजनाओं से आच्छादित किया जाय। जीरो पावर्टी के अन्तर्गत जनपद में अबतक कुल 4415 श्रमिकों का पंजीकरण हो चुका है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर कन्या विवाह के अन्तर्गत कुल 11 निर्माण श्रमिकों को 06,05,000 रूपये एवं मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना के अन्तर्गत कुल 09 निर्माण श्रमिकों को 3,84,000 रुपये का स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। आयोजित गोष्ठी में श्रम प्रवर्तन अधिकारी भूपेन्द्र, गौरव गुप्ता एवं विभाग के सभी कर्मचारी श्रसूरज जायसवाल, स्टेनो, विमल कुमार मिश्रा, विनय कटियार वरिष्ठ सहायक एवं अन्य समस्त कर्मचारी, चाइल्ड लाइन एवं अन्य गैर सरकारी स्वैच्छिक संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।