एससी/एसटी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को सौंपा मनोनयन पत्र
फैजाबाद। समाजवादी पार्टी कार्यालय लोहिया भवन में समारोह आयोजित कर अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ ने 35 सदस्यीय कार्यकारिणी में शामिल पदाधिकारियों व सदस्यों को मनोनयन पत्र सौंपा गया जिसकी अध्यक्षता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ओरौनी प्रसाद पासवान ने की। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव ने कहा कि अखिलेश सरकार में मजलूमों को सम्मान मिला और विकास हुआ। समारोह में मौजूद पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन ने कहा कि सपा सरकार में बहुत से एससी/एसटी नेताओं को सरकार में शामिल कर मंत्री बनाया गया और कई पदों पर बैठाया गया। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार उज्जवला योजना में दिये जाने वाले गैस सिलेण्डर पर सब्सिडी बन्द कर दी है। खातों में पैसा नहीं आ रहा है। आज सिलेण्डर का मूल्य लगभग 1050 रूपया हो गया है। ऐसी स्थिति में उज्जवला योजना में गरीबों को मिलने वाला गैस सिलेण्डर घरों में खाली पड़ा हुआ है और चूल्हा जलाने को मजबूर हो गये हैं। इस मौके पर विधान परिषद सदस्य लीलावती कुशवाहा ने कहा कि सपा सरकार में मिलने वाली समाजवादी पेंशन योजना जिसमें 55 लाख महिलाओं को 500 रूपया प्रतिमाह मिलता था उसमें सबसे अधिक महिलायें दलित समाज से थीं जिसे प्रदेश की योगी सरकार ने बन्द कर दिया। समारोह में मौजूद समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिमेष प्रताप सिंह राहुल ने कहा कि देश व प्रदेश में दलित मारे जा रहे हैं, उनकी हत्यायें हो रही हैं और दलित महिलाओं और बेटियों से सामूहिक दुष्कर्म हो रहे हैं। इस सरकार में दलित सुरक्षित नहीं है। युवजन सभा के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह अनूप ने कहा कि भाजपा के लोग एससी/एसटी को आपसे में लड़ा रहे हैं जिससे सावधान रहना होगा। अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के प्रभारी छोटेलाल यादव ने कहा कि भाजपा संविधान बदलने की साजिश कर रही है और लोकतंत्र की धज्जियाॅं उड़ा रही है। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने बताया कि अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी को सपा नेताओं ने माला पहनाकर मनोनयन पत्र सौंपा। प्रवक्ता ने बताया कि इस मौके पर चेतना साइकिल यात्रा के संयोजक रजनीश भारतीय, पुष्पा रावत, विद्या भूषण पासी, त्रिभुवन प्रजापति, अनुराग सिंह, विजय बहादुर वर्मा, गजराज तिवारी, तरजीत गौड़, देवमणि कनौजिया, रामभवन रावत, पूनम रावत, मिथलेश कोरी, बब्लू रावत, एस0के0 रावत, अजय रावत, डा0 केपी चैधरी, सुजीत चैधरी, सुनील रावत, विनोद कनौजिया, राजन रावत, संजय प्रताप चैधरी आदि मौजूद थे।