-तेजी से बदला कृषि विश्वविद्यायों का स्वरूप
मिल्कीपुर। शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। शिक्षा कभी किताबी नहीं होनी चाहिए। छात्रों को ऐसी शिक्षा मिले जिससे की छात्रों का संपूर्ण विकास हो। सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों के भविष्य में बहुत बदलाव आएगा। यह बातें शिक्षक दिवस के अवसर पर कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस मैनेजमेंट के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। पर्यावरण की जमकर सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के स्वरूप में तेजी से विकास हुआ है। शाही ने कहा कि राजभवन में हुए नरेंद्र देव कृषि विवि के नैक मूल्यांकन के प्रस्तुतिकरण पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने खुशी व्यक्त की है और नैक मूल्यांकन में ए+ ग्रेड मिलने का भरोसा दिलाया। उन्होंने विश्वविद्यालय पर भरोसा जताते हुए कहा कि नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय ए++ ग्रेड हासिल करेगा।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विवि के पूर्व कुलपति डा. एन.सी गौतम ने कहा कि गुरु को भी समय-समय से अपने जीवन में परिवर्तन लाने की जरूरत है। छात्रों के लिए शिक्षक हमेशा आईने का काम करता है। मेहनत व लगन से किसी भी ऊंचाई को छूआ जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने कृषि मंत्री की शान में कसीदे पढ़े। उन्होंनेे कहा कि जो भी भर्तियां की गईं हैं उसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई है और आगे भी पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ नियुक्ति होगी। उन्होंने अपनेेे कार्यकाल में विश्वविद्यालय की कई उपलब्धियों को गिनाया।
इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालयके कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। कुलगीत प्रस्तुत कर छात्र-छात्राओं ने एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर समां बांध दिया। इस दौरान कृषि मंत्री ने विश्वविद्यालय के 10 शिक्षकों को उत्तम कार्य के लिए सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित क्विज प्रतियोगता में सफलता हासिल करने पर छात्र प्रशांत तिवारी, संतोष कुमार व आशीष त्रिपाठी को कृषि मंत्री ने सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन निदेशक प्रसार डा ए पी राव ने किया।
कृषि मंत्री ने किया पौधरोपण व विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विश्वविद्यालय के म्यूजियम का भ्रमण किया व शैक्षिक प्रक्षेत्र में पौधरोपण किया। साथ ही उन्होंने बीज विधायन संयंत्र का शिलान्यास व नव विकसित प्राकृतिक खेती प्रक्षेत्र का लोकार्पण कर उद्यान प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान उन्होंने निर्माण में गुणवत्ता को लेकर कुलपति सहित कार्यदाई संस्था के जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई और कहा कि निर्माण में गुणवत्ता से कतई समझौता नहीं होगा मेरे द्वारा इन निर्माण कार्यों की जांच भी कराई जाएगी। यदि किसी प्रकार की कोई कमी मिलती है तो उसकी रिकवरी भी आप ही लोगों से कराई जाएगी। पशुपालन महाविद्यालय के पशुधन प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। शैक्षिक मत्स्य प्रक्षेत्र जाकर मंत्री ने अमृत सरोवर का शिलान्यास किया, साथ ही उन्होंने सरोवर में रोहू, कतला व नैन के मत्स्य बीज भी डाले।
कृषि ड्रोन डेमोंस्ट्रेशन कार्यक्रम में लिया हिस्सा
– कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषि ड्रोन डेमोंस्ट्रेशन कार्यक्रम में भी कृषि मंत्री ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि ड्रोन जैसी तकनीक से कृषि जगत में और विकास होगा और इसका लाभ भी किसानों को मिलेगा। सरकार की ओर से मृदा जांच सचल वैन को लेकर कृषि विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराए गए आधा दर्जन टीयूवी 300 वाहनों को मृदा जांच सचल वाहन के रूप में न प्रयोग किए जाने केेे सवाल पर कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी और यदि उक्त योजना के लिए प्रदत वाहनों का प्रयोग दूसरे रूप में किया जा रहा है तो संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही भी की जाएगी