शुक्रवार की शाम नियावा स्थिति समिति कार्यालय पर वितरित की गई करीब 3500 पर्चियां
अयोध्या। गन्ना किसानों की समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर समिति पदाधिकारियों का उबाल आखिरकार रंग ले आया।पदाधिकारियों द्वारा दो दिन में निस्तारण न होने पर मिल तालाबंदी व कड़े विरोध की चेतावनी के बाद शुक्रवार की शाम गन्ना समिति चेयरमैन प्रतिनिधि शिवेंद्र सिंह की मौजूदगी में किसानों को करीब 3500 पर्चियो का वितरण किया गया।लंबे समय से पर्चियो की बाट जोह रहे किसानों के चेहरे पर्चियां पाने के बाद खिले नजर आए। ज्ञातव्य है कि कई अन्य समस्याओं के साथ पर्ची की समस्या को लेकर गन्ना किसान बीते कई माह से परेशान है। इन परेशानियों को दूर कराने के लिए गन्ना किसानों ने गन्ना समिति के सचिव कार्यालय से लेकर जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय की कई बार गणेश परिक्रमा की लेकिन इतने के बाद भी पर्ची की समस्या हल न हो सकी। इससे भड़के किसानों ने तीन दिन पूर्व मसौधा गन्ना समिति पर जमकर हंगामा किया और अगले दिन नियावां स्थित गन्ना समिति कार्यालय पर चेयरमैन प्रतिनिधि शिवेंद्र सिंह से मिलकर उनके सामने अपनी समस्याएं रखी थी। समस्याओं को सुनने के बाद प्रतिनिधि श्री सिंह ने जिला गन्ना अधिकारी से वार्ता कर उन्हें तत्काल समिति कार्यालय पर पहुंचकर किसानों की समस्याओं को सुनने तथा तत्काल उनका निराकरण कराने की बात कही थी। इसके बाद आनन-फानन में जिला गन्ना अधिकारी ने समिति कार्यालय पहुंचकर खुली बैठक आयोजित की तथा समस्याओं को सुनकर मौजूद गन्ना पर्यवेक्षक तथा मातहतों को तत्काल समस्याओं का निस्तारण कराने का निर्देश देते हुए किसानों व पदाधिकारियों को शीघ्र ही समस्या निस्तारण का आश्वासन दिया था। समस्या निस्तारण में सामने आई विभागीय लापरवाही से भड़के किसानों व ,पदाधिकारियों ने जिला गन्ना अधिकारी को दो दिन के भीतर समस्या निस्तारण न होने पर चीनी मिल तालाबंदी तथा कड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। इसे गंभीरता से लेते हुए कड़ी विभागीय मशक्कत के बाद शुक्रवार को पहले चरण में नियावां स्थित गन्ना समिति कार्यालय पर किसानों को करीब 3500 पर्चियों का वितरण किया गया। चेयरमैन प्रतिनिधि श्री सिंह ने बताया कि जिला गन्ना अधिकारी ने तत्काल में करीब 3500 पर्चिया वितरित कराने के बाद शीघ्र ही शेष पर्चियों के वितरण का आश्वासन दिया है। उनके आश्वासन के बाद जल्द ही गन्ना किसानों की समस्याओं के निस्तारण होने की उम्मीद है।