जिम्मेदार अधिकारी छुट्टा सांड़ के आतंक से अनभिज्ञ
रूदौली । तहसील क्षेत्र कोटरा गांव के ग्रामीणों का पिछले एक माह से एक सनकी सांड़ के खूनी आतंक ने दिन का सुकून व रात की नींद हराम कर दी है ।आलम ऐसा कि सनकी सांड़ पर ग्रामीणों की भीड़ व लाठी-डंडे का कोई खौफ उसे नहीं है ।भीड़ का सामना होने पर भी वह लोगों को खुली चुनौती देता है ।ऐसा नही है कि जिम्मेदार अधिकारी उक्त छुट्टा सांड़ के आतंक से अनभिज्ञ है ग्रामीण एक माह पूर्व उपजिलाधिकारी रूदौली व बीते 4 जून को सम्पन्न हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर शिकायत भी कर चुके है लेकिन प्रशासन के उदासीन रवैय्ये से छुट्टा जानवर बेखौफ होकर गांव में घूम रहा है। सांड़ के हमले से दो दिन पूर्व गांव के असहाय वृद्ध नन्हू पुत्र इब्राहिम बुरी तरह घायल हो गए जिनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है ।स्थानीय लोगों के मुताबिक सनकी सांड़ ने उन्हें तब अपना शिकार बनाया था जब वे अपने घर से गांव में स्थित एक दुकान पर कुछ समान लेने जा रहे थे ।पीछे से आकर सांड़ ने हमला कर दिया ।हमले से छाती, पीठ, कमर व सिर पर उन्हें गंभीर चोटें आयीं।जिन्हें एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां सीने में कई टांके भी लगे है।वहीं गांव के राम नेवल सुबह अपने खेतों में बोई कद्दू की फसल की रखवाली थे कि अचानक सांड़ ने हमला कर राम नेवल को लहूलुहान कर दिया ।परिजनों ने उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जिनका इलाज अभी भी चल रहा है ।इसके अलावा गांव के मो तुफैल लगभग 45 वर्ष अपने घर के पास खड़े थे तभी पीछे से अचानक सांड़ उनपर टूट पड़ा ।इस घटना में उनका एक हाथ फ्रैक्चर हो गया ।वहीं गांव के राम सुफल की माता जी दरवाजे पर लगे नल से पानी निकाल रही थी ।उनको देख आक्रामक हुए सांड़ ने हमला कर दिया जिससे उनका भी हाथ फैक्चर हो गया।तब से गांव के लोगों ने सनकी सांड़ को खूनी सांड़ का भी नाम दे दिया है । जिसके हमले के आधा दर्जन लोग शिकार हुए है ।इनमें से कइयों को अंदरूनी चोटें भी बतायी जा रही है।गांव की जरीना खातून ने बताया कि हमलोगों की रात की नींद हराम हो चुकी है और दिन में घरों में कैद होकर रह गए है ।लोगो का बाहर निकलना दुस्वार हो गया है।शाम होते ही गांव में सनकी सांड़ का आतंक खौफ पैदा करने लगता है।गांव के शरद अली ने बताया कि लोग शाम होने से पहले ही अपना मवेशी को खिलाकर घर के अंदर बांध देते है ।अंधेरा होते ही गांव की चौक चौपाल भी वीरान हो जा रहे हैं। बच्चे घरों से बाहर नही निकल रहे ।इस बाबत उप जिलाधिकारी ज्योति सिंह ने बताया कि खण्ड विकास अधिकारी रूदौली को निर्देश दिया गया है।