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नहीं रहे मशहूर मौसम वैज्ञानिक डॉ. पद्माकर त्रिपाठी

कृषि विवि कुमारगंज मे 33 वर्षों तक दी थी सेवा


मिल्कीपुर-अयोध्या। देश के नामचीन मौसम वैज्ञानिक एवं सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रबंध परिषद सदस्य डॉ. पद्माकर त्रिपाठी का असामयिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मौसम वैज्ञानिक श्री त्रिपाठी ने कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज में 33 वर्ष अपनी सेवा दी है। वह बीते जून माह 2015 में विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के संस्थापक विभागाध्यक्ष पद सेवानिवृत्त हुए थे। बताते चलें कि सिद्धार्थनगर जनपद की मूल निवासी एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ पद्माकर त्रिपाठी ( ए आर एस) )कृषि शोध सेवा से कृषि संस्थान झांसी में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर तैनात थे। जिसके बाद वह आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के मौसम विज्ञान विभाग के संस्थापक विभागाध्यक्ष पद पर नियुक्त हुए थे उन्होंने विश्वविद्यालय में 33 वर्षों की लंबी सेवा देते हुए मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक वर्ग में समूचे देश में अपना विशेष स्थान अर्जित किया था। रविवार को उनके फैजाबाद शहर स्थित मानस नगर कॉलोनी आवास पर हुई मृत्यु की खबर कृषि विश्वविद्यालय के कर्मियों को मिली दुखद समाचार प्राप्त होते ही विश्वविद्यालय के कर्मियों सहित मिल्कीपुर क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। सबने देश के नामचीन वैज्ञानिक की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि उनके निधन से मौसम विज्ञान के क्षेत्र में अपूर्णनीय क्षति हो गई है। कृषि विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश सिंह ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के संस्थापक विभागाध्यक्ष डॉ पद्माकर त्रिपाठी बीते वर्ष जून 2015 में विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे। किंतु उन्हें 2 वर्ष का सेवा विस्तार मिला था और उन्होंने जनवरी 2017 तक विश्वविद्यालय में मौसम वैज्ञानिक के रूप में अपनी लंबी सेवा प्रदान की थी। उन्होंने बताया कि उनके अनुज डॉ राकेश कुमार त्रिपाठी एवं शंख माधव त्रिपाठी विश्वविद्यालय मे सेवा में है।

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