फैजाबाद। लखनऊ मुख्यालय से भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जनपद पार्टी कार्यालय पहुंचे मिथलेश त्रिपाठी का महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। महापौर ने उन्हें अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव को प्रदर्शित करता स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इसके पूर्व जिले की सीमा से लेकर पार्टी कार्यालय तक दर्जनों स्थानों पर उनका स्वागत किया गया।
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि भाजपा में युवाओं को विशेष महत्व दिया जाता है। वैचारिक बदलाव से लेकर राष्ट्र के विकास में युवाओं की महती भूमिका होती है। युवा मोर्चा ने सदा राष्ट्रवाद से जुड़े मुद्दो को प्रखरता से उठाया है। लोक सभा से लेकर विधानसभा चुनाव की जीत में युवाओं का बड़ा योगदान रहा है। जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय बादल ने कहा कि मिथिलेश त्रिपाठी विद्यार्थी परिषद से लेकर भाजपा तक संगठनात्मक गतिविधियों में शामिल रहे है। प्रदेश नेतृत्व को मिथलेश को युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने में धन्यवाद ज्ञापित करते है। प्रदेश उपाध्यक्ष युवा मोर्चा मिथलेश त्रिपाठी ने स्वागत से अभिभूत होकर कहा कि जिले के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं का हर पल काफी सहयोग व आर्शीवाद मिला। जिसके तहत पार्टी ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। कार्यकर्ता व वरिष्ठजनो की आशाओं पर खरा उतरने का प्रयास किया जायेगा। इस अवसर पर सहकारी बैंक के सभापति धर्मेन्द्र प्रताप सिंह टिल्लू, पूर्व जिलाध्यक्ष महंत मनमोहन दास, डा बांके बिहारी मणि त्रिपाठी, कमलाशंकर पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह, जिला महामंत्री संजीव सिंह, राधेश्याम त्यागी, शक्ति सिंह, गोकरन द्विवेदी, कर्मवारी, दिवाकर सिंह, रोहित पाण्डेय, रामकुमार सिंह राजू, आलोक सिंह, इं0 रामधीरज पाण्डेय, विशाल मिश्रा, आशीष सिंह, धु्रवराज सिंह, कुलदीप पाण्डेय, आकाश मणि त्रिपाठी, इं0 शिवम सिंह, मौजूद रहे।
जिले की सीमा पहुंचने पर कांटे चैराहे पर बंटी तिवारी, सोहावल में प्रदीप तिवारी, टोल प्लाजा तिवारी आशीष तिवारी, रौनाही पर राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सहादतगंज बाईपास ओंकार नाथ तिवारी, रानोपाली हरिओम चतुर्वेदी, जालिम सिंह गौरव सिंह ने मौजूद रहे। लखनऊ से उनके साथ रमाकांत सिंह, अमरजीत श्रीवास्तव, निखिल मणि त्रिपाठी, संजीव भारद्वाज, दिलीप तिवारी, शशांक उपाध्यक्ष मौजूद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ सैकड़ो गाड़ियों का काफिला मौजूद रहा। उन्होने हनुमानगढ़ी पर माथा टेंका।
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