हादसे के लिए पूरा तंत्र जिम्मेदार
रूदौली। रूदौली में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे के बाद एक सवाल बड़ी सिद्दत से लोग पूछ रहे है कि इस हादसे का जिम्मेदार कौन है? क्या इस दर्दनाक दुर्घटना की जिम्मेदारी वाहन चालक के कंधों पर डाल कर असली जिम्मेदार अपने कर्तव्यों से मुक्त हो पाएंगे।
बता दें कि रुदौली के दलसराय चैराहे पर रविवार की सुबह हुए हादसे में नौजवानों की असमय मौत पर न सिर्फ मृतक परिजन गमजदा है बल्कि हादसे और नवजवानों की उम्र व परिवार की कहानी सुनकर हर आंखें नम है। ये नम आंखें कई सवाल भी पूछ रहीं। आखिर नवजवानों की मौत को दोषी कौन है। कौन होगा जिसको इस हादसे का गुनहगार कहा जाये भले ही गाड़ी चालक को झपकी आने की वजह बताई जाए और उसे ही हादसे का उसे ही जिम्मेदार मान कर घटना को दबा दिया जाए या किसी अन्य के कंधे पर यह दोष मढ़ दिया जाए लेकिन क्या यह सच्चाई नहीं कि इस हादसे के लिए पूरा तंत्र जिम्मेदार है। वह तंत्र जो अपने फायदे के लिए नियम-कायदे-कानून को तय करता है । सोचने वाली बात ये है कि लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं के बाद भी जिम्मेदार लोग इस समस्या के प्रति गम्भीर क्यों नही हो रहे है। क्या लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं को लेकर शासन प्रशासन की अनदेखी आमजनमानस और राहगीरो पर दिन ब दिन भारी पड़ती जा रही है। सवारियों से टोल टैक्स वसूलने वाले एन एच आई का इस पूरे मामले में कोई दोेष नहीं है। जो टोल टैक्स वसूल कर भी ऐसे हादसों को रोकने के लिये पहले से कोई उपाय नहीं करता।
रुदौली के दलसराय चैराहे पर स्थित शारदा सहायक नहर पर हुए हादसे में गई चार चार नवजवानों के जान अन्य दुर्घटनाओं की तरह कुछ ही दिनों में इसे भी भूला दिया जाएगा। जांच होगी, मुआवजा बंटेगा और फिर थोड़ी राजनीति के साथ पूरी फाइल दाखिल दफ्तर हो जाएगी। लेकिन क्या हमारे जिम्मेदार, नीति नियंता इस हादसे से सबक लेकर ऐसा कर सकते हैं कि आगे फिर ऐसी गलती नही हो । दरअसल, अगर पूरा तंत्र अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया होता तो शायद आज चार परिवारों के चिराग न बुझ पाते ।
सड़क दुर्घटना को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
रुदौली। रविवार की भोर राष्ट्रीय राज मार्ग एनएच 28 पर हुई सड़क दुर्घटना में 4, युवकों की मौत व एक घायल की हाइवे मनेजमेन्ट को जिम्मे दार मानते हुए बसपा नेता शहरयार ने चार सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम रुदौली ज्योति सिंह को सौंपते हुए मांग की है कि नेशनल हाइवे अथारिटी आफ इण्डिया व हाइवे के मेन्टेन्स का ठेका लिए हुए कम्पनी पी एन सी के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अभियोग पंजीकृत कराया जाए ।मृतक परिजनों को दस दस लाख रुपये दिया जाए।इसके अलावा ज्ञापन में बसपा नेता ने यह भी कहा कि नेशनल हाइवे पर जितनी पुलिया है उसपर रेलिंग के स्थान पर लोहे के क्रैश वैरियर्स लगाए जाएं ।ज्ञापन देने वालो में नगर उपाध्यक्ष गयाशंकर कश्यप,सभासद मोहम्मद इद्रीस,पूर्व प्रत्यशी सलीम, युवा नेता मोहम्मद शोएब,जामी अंसारी,अबू बकर अहमद,प्रमोद कौशल, आदि मौजूद थे।
हादसे के बाद आखिरकार टूटी एनएचआई के अधिकारियो की नींद
रुदौली। राष्ट्रीय राज मार्ग 27 पर रौजागांव के समीप दलसराय चैराहे पर स्थित शारदा सहायक नहर पर टूटी पुलिया का निर्माण रविवार को हुए भीषण व दर्दनाक हादसे के बाद आखिरकार सोमवार को शुरू किया गया।हाइवे पर क्षतिग्रस्त पुलिया के चलते रविवार की सुबह एक कार बहती हुई लबालब नहर में जा गिरी थी ।जिसमे गौरी बाजार जनपद देवरिया के तीन नवयुवको की जान चली गई और एक युवक का तेज बहाव के कारण 32 घण्टे के बाद पुलिस ने शव बरामद किया ।इस भीषण हादसे की वजह स्थानीय ग्रामीण टूटी हुई क्षतिग्रस्त पुलिया मान रहे है । ग्रामीणों के मुताबिक अगर पुलिया पर रेलिंग होती तो यह भीषण हादसा नही होता।बसपा के नगर अध्यक्ष चैधरी शहरयार व ग्रामीणों के काफी विरोध पर पुलिस और प्रशासन ने जब काफी शक्ति दिखाई तो एन एच आई के अधिकारियो की आखिरकार कुम्भकर्णी नींद टूटी और सोमवार को एन एच आई के सीनियर इंजीनियर वाई प्रसाद की देखरेख में क्षति ग्रस्त पुलिया का निर्माण शुरू हुआ ।प्रशासन की शक्ति के बाद हाइवे पर वाहन चालकों के लिए पुलिया के आसपास दोनो तरफ संकेतात्मक बोर्ड भी लगाया गया।