वैक्सीन के रख रखाव की दी गयी जानकारी
अयोध्या। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में कोल्ड चेन हैंडलर की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रशिक्षण में नवजात शिशुओं / बच्चो को लगने वाले टीकों की क्वालिटी बनी रहे इसकी जानकारी कोल्ड चैन हैंडलरों को दी गयी । इसके लिये वैक्सीन को एक निश्चित तापमान में मानक के अनुसार रखा जाता है तथा यह प्रकिया वैक्सीन निर्माण से लेकर टीका लगाये जाने तक अपनायी जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.घनश्याम सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण में शीत श्रंखला के प्रबंधन , वैक्सीन एवं उसके उपकरणों के रख रखाव तथा तापमान नियंत्रण की जानकारी कोल्ड चैन हैंडलर को दी गई द्य वैक्सीन के परिवाहन और भण्डारण की जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आरके देव ने बताया कि निर्माता से नेशनल स्टोर , नेशनल स्टोर से राज्य स्तरीय राज्य स्तरीय से जिले स्तरीय स्टोर और जिले स्तरीय से ब्लाक स्तरीय स्टोरों तक वैक्सीन की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए 2 से 8 डिग्री की शीत श्रंखला एवं वैक्सीन के रख रखाव का विशेष महत्व है द्य उन्होंने बताया कि कुछ वैक्सीन कोल्ड सेंसेटिव होती है जैसे हेपेटाइटिस-बी जो अधिक ठंड से जम जाए तो वह निष्क्रिय हो जाती है।
उन्होंने बताया कि ऐसी वैक्सीन को जमने से बचाने के लिए आई एल आर फ्रीज़र (वैक्सीन रखने का फ्रीज़र ) में सबसे ऊपर एवं जो वैक्सीन हीट सेंसेटिव यानि गर्मी की वजह से खराब हो जाती है जैसे पोलियो की वैक्सीन को फ्रीज़र में सबसे ऊपर रखना चाहिये द्य वही कुछ वैक्सीन जैसे मीजल्स रूबेला और जेई सीधे सूर्य की रोशनी में आने से निष्क्रिय हो जाती है इसीलिये इसके रख रखाव पर विशेष ध्यान देना चाहिये। जिला वैक्सीन मैनेजर यूएनडीपी कौशलेन्द्र सिंह ने कोल्डचेन हैंडलर को प्रशिक्षण देते हुये बताया कि वैक्सीन खोलते ( ओपन वायल पालिसी ) के बारे में बताया कि ये वैक्सीन खोलते समय उस पर दिंनाक एवं समय जरुर डालें जिससे की उसको दुबारा इस्तेमाल किया जा सके। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह , डीआईओ डॉ. आर के देव , पी ओ यूएनडीपी ,मनोज जी ,जिला वैक्सीन मैनेजर यूएनडीपी कौशलेन्द्र सिंह एवं कोल्डचेन हैंडलर उपस्थित थे।